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पश्चिम बंगाल चुनावः आज मिथुन बनाम बच्चन, किसका जमेगा सिक्का

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान 10 अप्रैल को होना है। इस चरण के लिए गुरुवार को प्रचार...
पश्चिम बंगाल चुनावः आज मिथुन बनाम बच्चन, किसका जमेगा सिक्का

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान 10 अप्रैल को होना है। इस चरण के लिए गुरुवार को प्रचार का आखिरी दिन है। इसलिए सुबह से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के नेता पूरी शिद्दत से प्रचार में लगे हुए हैं। इनमें दोनों दलों के वरिष्ठ नेता तो हैं ही, भाजपा की तरफ से मिठुन चक्रवर्ती और तृणमूल की तरफ से जया बच्चन भी जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं। 10 अप्रैल को उत्तर बंगाल के कूचबिहार और अलीपुरद्वार के अलावा दक्षिण बंगाल के दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और हुगली जिलों की 44 सीटों पर मतदान होना है। यह जिले कोलकाता के करीब हैं। गुरुवार को कोलकाता में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती भी उतरे। जिन्होंने हाल ही भाजपा की सदस्यता ली है। इससे पहले वे लंबे समय तक ममता के साथ रह चुके हैं।

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मिथुन अभी तक ग्रामीण इलाकों में पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे, कोलकाता में वे पहली बार चुनाव प्रचार के लिए उतरे हैं। उनके जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन को उतारा है। वे हावड़ा के कई इलाकों में प्रचार कर रही हैं। पार्टी ने उनसे और 4 दिन प्रचार करने का आग्रह किया है। अपने समय में जया अनेक बांग्ला फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं। गुरुवार सुबह मिथुन ने तृणमूल का गढ़ माने जाने वाले बेहाला से प्रचार की शुरुआत की। उसके बाद टालीगंज जाने वाले हैं जहां भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बाद डोमजूर और हावड़ा उत्तर में भी उनके जाने की खबर है। दूसरी तरफ जया बच्चन की शिवपुर, हावड़ा दक्षिण और हावड़ा उत्तर में चुनावी सभाएं है।

चौथे चरण में सख्ती बढ़ाएगा चुनाव आयोग

तीसरे चरण में व्यापक हिंसा को देखते हुए चुनाव आयोग ने चौथे चरण में और ज्यादा सख्ती करने का फैसला किया है। अन्य राज्यों में मतदान खत्म होने के बाद वहां से केंद्रीय सुरक्षा बलों की कंपनियां बुलाई गई हैं। अभी तक करीब 1000 कंपनियां प्रदेश में आ चुकी हैं। शनिवार को मतदान के दिन इनमें से 793 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ मतदाताओं के वोटर कार्ड देखने की शिकायतें तृणमूल ने की थीं। इसलिए आयोग ने निर्देश दिया है कि यह काम सुरक्षाकर्मी का नहीं। बल्कि बूथ पर तैनात फर्स्ट पोलिंग ऑफिसर ही मतदाताओं का परिचय पत्र देख सकते हैं।

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