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पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बने इमरान खान, राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने दिलाई शपथ

क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रुप में शपथ...
पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बने इमरान खान, राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने दिलाई शपथ

क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रुप में शपथ ली। राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने इमरान खान को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाई। इससे पहले गुरुवार को नेशनल असेंबली ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में इमरान को चुना।

इमरान ने उर्दू में ली शपथ

काले रंग की शेरवानी में तहरीक-ए-इंसाफ के पार्टी प्रमुख ने उर्दू में शपथ ली। इमरान के शपथ ग्रहण में कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कई पूर्व और मौजूदा पाकिस्तानी खिलाड़ी भी शामिल हुए। इस्लामाबाद में पूर्व पाक कप्तान ने सादे समारोह में शपथ ग्रहण किया। 

शपथ ग्रहण में पहुंची इमरान की तीसरी पत्नी

इमरान के शपथ ग्रहण में बड़ी संख्या में सेना के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। उनकी तीसरी पत्नी बुशरा उर्फ पिंकी पीर भी समारोह में पहुंची। बुशरा वहां बिल्कुल पर्दे वाले लिबास में थीं और लगातार माला फिराती नजर आ रही थीं। उन्होंने समारोह में मौजूद कुछ महिलाओं से भी बातचीत की। आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने समारोह में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की और काफी देर तक बातचीत भी की।

इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने 176 सीटें जीती, जबकि उनके विरोधी पाकिस्तान मुस्लिम लीग(नवाज) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को केवल 96 वोट मिले। बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जिसके पास 54 सीटें हैं, के मतदान में हिस्सा नहीं लेने के फैसले के बाद 15वीं नेशनल असेंबली में चुनाव महज एक औपचारिकता रह गई थी।

शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू ने पाक आर्मी चीफ को लगाया गले

इमरान के शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू के शामिल होने पर बीजेपी पहले ही हमलावर है। वहीं, इस बीच एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सिद्धू पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलकर मुलाकात कर रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद अब भाजपा के एक बार फिर सिद्धू की इस हरकत पर हमलावर है।

पीओके राष्ट्रपति मसूद खान के साथ बैठे नजर आए सिद्धू

समारोह के दौरान उन्हें पीओके यानि पाक अधिकृत कश्मीर के प्रेसिडेंट मसूद खान के बगल में बैठाया गया। भारत और पाक के बीच पीओके को लेकर काफी सालों से विवाद जारी है। पीओके को भारत सरकार मान्यता नहीं देती है। वहीं, सिद्धू के बाजवा से गले मिलने की देश में तीखी आलोचना हो रही है।

 25 जुलाई को हुए चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ

इमरान की पार्टी 25 जुलाई को हुए चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। शुक्रवार को जब सदन के स्पीकर असद कैसर ने इमरान के जीतने का ऐलान किया तो वहां मौजूद पीएमएल-एन के सदस्य 'ना मंजूर' का शोर भी मचा रहे थे। हालांकि, आखिरकार कभी पाकिस्तानी क्रिकेट का सितारा रहे इमरान खान ने देश के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले ही ली।

'इमरान खान से पाकिस्तान के हरेक नागरिक को उम्मीद है'

इमरान खान के पीएम बनने पर पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने कहा, 'इमरान खान से पाकिस्तान के हरेक नागरिक को उम्मीद है। पाकिस्तान ही नहीं भारत के लोग भी इसे सकारात्मक पहल के तौर पर देख रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि पाक को वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान साहब प्रधानमंत्री के तौर पर भी सफल पारी खेलेंगे।'

 

मीडिया के साथ बातचीत करते हुए सिद्धू ने इमरान खान की तारीफों की झड़ी लगा दी। सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान के ऐतिहासिक पलों में शामिल होने का उन्हें न्योता मिला है जो उनके लिए गर्व की बात है। सिद्धू ने इमरान खान की तारीफों  के पुल बांधते हुए कहा-

 

 'है समय नदी की बाढ़ कि अक्सर सब बह जाया करते है,

 

  है समय बड़ा तूफ़ान प्रबल पर्वत भी झुक जाया करते है,

 

  अक्सर दुनिया के लोग समय में चक्कर खाया करते है

 

 पर कुछ ख़ान साहिब जैसे भी होते है जो इतिहास बनाया करते है।'

 

उन्होंने अपने शायराना अंदाज़ में ही कहा कि जोड़ने वालों को मान मिलता और तोड़ने वालों को अपमान मिलता है। हम जोड़ने वालों में से है। उन्होंने खान के ग्राउंड में उतरने की बात भी याद की।

 

वहीं, कुछ लोगों ने पाकिस्‍तान से रिश्‍तों में तनातनी के बावजूद पाकिस्‍तान जाने के सिद्धू के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उनकी नाराजगी देश के दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंत्‍येष्टि वाले दिन ही सिद्धू के पाकिस्‍तान जाने को लेकर भी है, जिन्‍हें हाल-फिलहाल तक वह अपनी 'राजनीतिक प्रेरणा' बताते रहे।

'मैं किसी तानाशाह के कंधों पर चढ़कर नहीं आया'

प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने कहा, 'मैं किसी तानाशाह के कंधों पर चढ़कर नहीं आया। मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचा हूं। सिर्फ एक नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया और वह मेरे हीरो (पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली) जिन्ना थे।

इमरान ने कहा, ‘हमें इस देश में सख्त जवाबदेही कायम करनी है। मैं वादा करता हूं कि मैं पाकिस्तान को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा। जिस काले धन को सफेद किया गया, मैं उसे वापस लाऊंगा। जो पैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी पर खर्च होने चाहिए थे, वे लोगों की जेब में चले गए।’

 

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