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पाक को खुश करने के लिए कश्मीर पर ओआइसी सम्मेलन बुलाने की तैयारी में सऊदी अरब

मुस्लिम देशों संगठित करने की कोशिशों में लगे मलेशिया के अधिवेशन में हिस्सा लेने से पाकिस्तान ने सऊदी...
पाक को खुश करने के लिए कश्मीर पर ओआइसी सम्मेलन बुलाने की तैयारी में सऊदी अरब

मुस्लिम देशों संगठित करने की कोशिशों में लगे मलेशिया के अधिवेशन में हिस्सा लेने से पाकिस्तान ने सऊदी अरब के दबाव में हाल में इन्कार कर दिया था। इसके बाद सऊदी अरब पाकिस्तान को खुश करने के लिए कश्मीर मुद्दे पर ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआइसी) की मंत्री स्तरीय बैठक बुलाने पर योजना बना रहा है। हालांकि इस कदम से भारत के लिए परेशानी बढ़ सकती है।

मलेशिया के सम्मेलन में हिस्सा न लेने के लिए पाक को इनाम

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री महमूद कुरैशी के साथ बैठक में इसकी जानकारी दी है। पाकिस्तान के दौरे पर गए फरहान की कुरैशी से गुरुवार को मुलाकात हुई थी। फरहान मलेशिया के कुआलालंपुर में होने वाले मुस्लिम देशों के सम्मेलन में हिस्सा न लेने के पाकिस्तान के फैसले के लिए सऊदी नेतृत्व का आभार जताने के लिए इस्लामाबाद पहुंचे थे।

मलेशिया के सम्मेलन से चिंतित था सऊदी अरब

मुस्लिम देशों की अगुआई लंबे अरसे सऊदी अरब करता रहा है। ओआइसी मुस्लिम देशों का सबसे प्रभावशाली संगठन रहा है। जिसका नेतृत्व सऊदी करता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मलेशिया समानांतर संगठन बनाकर मुस्लिम देशों के एकजुट करने का प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में उसने मुस्लिम देशों का अधिवेशन बुलाया था। जिसे लेकर सऊदी अरब की अपनी चिंताएं रही हैं।

पहले हामी के बाद इमरान ने हिस्सा नहीं लिया

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने पहले मलेशिया के अधिवेशन में पाकिस्तान की हिस्सेदारी की पुष्टि की थी। लेकिन आखिरी मौके पर सऊदी अरब के दबाव के चलते उसने हिस्सा लेने से इन्कार कर दिया। दरअसल पाकिस्तान सऊदी अरब की वित्तीय मदद पर बहुत ज्यादा निर्भर है। उसकी खुद की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है।

कश्मीर, सीएए, एनआरसी पर हुई चर्चा

कुरैशी ने प्रिंस फैसल को भारत द्वारा पिछले पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां के हालात की जानकारी दी। पाकिस्तानी विदेशी कार्यालय ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों ने कश्मीर मुद्दे के लिए ओआइसी की भूमिका पर चर्चा की। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भारत में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) और अल्प संख्यकों खासकर मुस्लिमों को निशाना बनाए जाने पर भी चर्चा की।

ओआइसी का रुख पाक के समर्थन में

57 मुस्लिम देशों का संगठन ओआइसी आमतौर पर कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के समर्थन में रहा है और कई बार वह इस तरह के बयान जारी करता रहा है। पिछले सप्ताह ओआइसी ने एक संक्षिप्त बयान में कहा था कि वह भारत में मुस्लिम अल्प संख्यकों को प्रभावित करने वाली हाल की घटनाओं पर नजर रखे हुए है।

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