अफगानिस्तान के दक्षिण-पूर्वी इलाके में मंगलवार को 5.5 तीव्रता का भूकंप आया। रॉयटर्स ने जीएफजेड के हवाले से यह जानकारी दी, जबकि अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार इसका केंद्र नंगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद से 34 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था।
यह झटका ऐसे समय आया है जब दो दिन पहले उत्तरी अफगानिस्तान में आए भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। रविवार देर रात आए 6.0 तीव्रता के भूकंप में अब तक कम से कम 1,400 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों गांव मलबे में तब्दील हो गए हैं। अधिकांश घर कच्ची ईंट और लकड़ी से बने होने के कारण झटके सहन नहीं कर सके।
तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को बताया कि सिर्फ कुनार प्रांत में ही 1,411 लोगों की मौत और 3,124 लोग घायल हुए हैं। एक प्रवक्ता ने कहा, “रेस्क्यू ऑपरेशन सभी प्रभावित इलाकों में जारी है। जहां हेलीकॉप्टर नहीं उतर पाए, वहां कमांडो बलों को एयरड्रॉप कर घायलों को मलबे से निकालकर सुरक्षित जगहों पर भेजा गया।”
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक इंद्रिका रत्वाटे ने आशंका जताई कि इस आपदा से “लाखों लोग प्रभावित हो सकते हैं।” उन्होंने कहा, “हम अफगानिस्तान के लोगों को नहीं भूल सकते, जो कई संकटों और झटकों से जूझ रहे हैं। समुदायों की सहनशीलता अब चरम पर पहुंच चुकी है।”
USGS के मुताबिक, रविवार रात का भूकंप जलालाबाद से करीब 27 किलोमीटर दूर और महज आठ किलोमीटर की गहराई पर आया था।