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अफगानियों में क्यों है पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा? लग रहे हैं- ‘‘पाकिस्तान, पाकिस्तान, छोड़ दो अफगानिस्तान’’ के नारे

अफगानिस्तान में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारी ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे...
अफगानियों में क्यों है पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा? लग रहे हैं- ‘‘पाकिस्तान, पाकिस्तान, छोड़ दो अफगानिस्तान’’ के नारे

अफगानिस्तान में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारी ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाते हुए मंगलवार को काबुल की सड़कों पर उतरे। इन प्रदर्शनकारियों में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा साफ देखा गया। आखिर किसलिए इन अफगानों में पाक के खिलाफ गुस्सा भड़का है?

दरअसल, इन प्रदर्शनकारियों ने अफगानिस्तान में पाकिस्तान के हस्तक्षेप और उसके लड़ाकू विमानों से पंजशीर प्रांत में तालिबान के समर्थन में हवाई हमलों की निंदा की है।

तालिबान ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है। इससे पहले उन्होंने पिछले महीने अफगानिस्तान सरकार का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था और पंजशीर ही उनके नियंत्रण से बाहर था। अफगानिस्तान की खम्मा समाचार एजेंसी की खबर के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पाकिस्तान की वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने पंजशीर प्रांत में हवाई हमले किये।


‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, और ‘आजादी’ जैसे नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी काबुल में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर एकत्र हो गये और उन्होंने वहां के कर्मचारियों से अफगानिस्तान से जाने को कहा। एक बड़े बैनर पर लिखा था, ‘‘पाकिस्तान, पाकिस्तान, छोड़ दो अफगानिस्तान।’’

विरोध में शामिल लोगों ने कहा कि वे अफगानिस्तान में कठपुतली सरकार नहीं चाहते। खबरों के अनुसार तालिबान सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं लेकिन प्रदर्शन जारी रहे।

अफगानिस्तान के टोलो न्यूज ने बताया कि तालिबान ने उनके कैमरापर्सन वाहिद अहमदी को रोक लिया और उनका कैमरा जब्त कर लिया। तालिबान के लोगों ने कुछ पत्रकारों को प्रदर्शन का वीडियो बनाने से भी रोका।

एक वीडियो में पंजशीर प्रांत में रजिस्टेंस फ्रंट के सह-नेता अहमद मसूद ने अफगानिस्तान के लोगों से तालिबान के विरुद्ध फिर से आवाज उठाने का आह्वान किया था। इसके बाद प्रदर्शनकारी जमा हुए। पंजशीर में हवाई हमलों के विरुद्ध ईरान ने भी प्रतिक्रिया दी है और विदेश मंत्रालय से इस मामले में ‘‘विदेशी विमानों के हस्तक्षेप’’ को लेकर जांच करने को कहा है।

बता दें कि अफगानिस्तान की पूर्ववर्ती सरकार ने कई बार पाकिस्तान पर तालिबान को सैन्य मदद देने का आरोप लगाया है। हालांकि इस्लामाबाद ने इस आरोप का खंडन किया है।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेन्स (आईएसआई) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद ने पिछले हफ्ते काबुल जाकर तालिबान नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात की थी। उनकी इस यात्रा की कोई घोषणा नहीं की गई थी।

 

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