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9 दिन बाद मिली गुफा में लापता थाईलैंड की फुटबॉल टीम, इस तरह रहे जिंदा

थाईलैंड की 10 किलोमीटर लंबी गुफा थैम लुआंग में 9 दिन से फंसे 12 फुटबॉलर और एक कोच सोमवार शाम को जिंदा मिल...
9 दिन बाद मिली गुफा में लापता थाईलैंड की फुटबॉल टीम, इस तरह रहे जिंदा

थाईलैंड की 10 किलोमीटर लंबी गुफा थैम लुआंग में 9 दिन से फंसे 12 फुटबॉलर और एक कोच सोमवार शाम को जिंदा मिल गए। ये सभी अंडर-16 फुटबॉल टीम के सदस्य हैं जिनकी उम्र 11 से 16 साल के बीच है। इनके साथ 25 साल के कोच भी हैं।

ऐसे हुए थे लापता

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 23 जून को फुटबॉल के अभ्यास मैच के बाद पूरी टीम गुफा घूमने गई थी। तभी बारिश और बाढ़ से बचने के लिए इन्होंने 10 किमी लंबी गुफा में शरण ली थी, लेकिन पानी का स्तर बढ़ने से गुफा का रास्ता बंद हो गया था।

इस तरह किया गया सर्च ऑपरेशन

फुटबॉल प्लेयर की मां पुलिस के पास गई और बताया कि उनका बेटा प्रैक्टिस के बाद घर नहीं लौटा। जिसके बाद माना जा रहा था कि सभी थाम लुआंग नांग नोन गुफा में गए। गुफा के पास ही फुटबॉल प्लेयर्स की साइकिल और बूट्स मिले। इसके बाद एक फिर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। 25 जून को इन बच्चों और इनके कोच की खोजबीन शुरू हुई। 1,000 लोगों को इस सर्च ऑपरेशन में लगाया गया था। इसमें नेवी, हवाई और गोताखोरों की टीम शामिल थी। गुफा में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 200 सिलेंडर पहुंचाए गए। सात दिन से गुफा से पानी निकालने का काम चला। बचाव दल गुफा परिसर में कीचड़ और गहरे पानी में उनकी तलाश कर रहे थे। बताया गया कि गुफा भूलभुलैया जैसी है। छोटी छोटी सुरंगें हैं और ये कई किलोमीटर तक हैं। यहां का तापमान 21 डिग्री और यह इलाका बेहद बहुत दलदल है।

इस तरह जिंदा रहे बच्चे

डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे इतने दिन बिना खाए जिंदा इसलिए रह सके  क्योंकि उनके आसपास पीने लायक पानी था। बचावकर्मियों ने भी बताया कि बच्चे गुफा के अंदर बाढ़ के पानी और दलदल के बीच टापू पर रहे। गुफा में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 200 सिलेंडर पहुंचाए गए। इन सब वजहों के अलावा ये बच्चे अपनी हौसला की वजह से जिंदा बच गए।

अब कैसी है टीम की हालत?

चियांग राय के गवर्नर नारोंगसाक ओसोटानाकोर्न ने बताया, “हमने सभी 13 को सुरक्षित खोज लिया है। ठीक होने तक उनका ख्‍याल रखा जाएगा। मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि वे अभी खाना खा सकते हैं या नहीं क्‍योंकि कई दिनों से वे भूखे हैं।”

 

 

 

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