पाकिस्तान में जारी सियासी संकट को लेकर एक के बाद एक कई घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में रविवार को पांच मिनट के अंदर इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। इसके बाद तेजी से कई घटनाक्रम हुए। इमरान खान ने इसके तुरंत बाद संसद भंग किए जाने की मांग की। इस पर राष्ट्रपति ने तुरंत अपनी सहमति दे दी और संसद को भंग कर दिया। तब से विपक्ष का हंगामा जारी है। हालांकि, अब यह पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। कोर्ट आज इस मामले को लेकर सुनवाई हुई। वहीं, विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने कहा है कि इमरान खान ने अमेरिका से खतरे की बात पहले क्यों नहीं उठाई।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान खान के उस दावे पर सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने अमेरिका से खतरा होने की बात कही है। शरीफ ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आठ मार्च को जमा किया गया था और अगर कोई खतरा था तो इसे 24 मार्च से पहले क्यों नहीं उठाया गया। शरीफ ने इमरान खान पर पाकिस्तान में सिविल मार्शल लॉ लगाने का आरोप भी लगाया।
साथ ही, शहबाज शरीफ ने सोमवार को प्रधानमंत्री इमरान खान पर देश में सिविलियन मार्शल लॉ लगाने के लिए उनकी आलोचना की और उनके इस कदम को असंवैधानिक करार दिया। पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी और जेयूआई-एफ नेता असद महमूद के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खान ने अपनी पार्टी के सदस्यों के साथ पाकिस्तान के संविधान को चुनौती दी है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    