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ओलंपिक विश्व कप से बाहर किए जाने से खफा रूस, पुतिन ने कहा- राजनीति से प्रेरित फैसला

वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) द्वारा वैश्विक खेलों में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध को रूस के...
ओलंपिक विश्व कप से बाहर किए जाने से खफा रूस, पुतिन ने कहा- राजनीति से प्रेरित फैसला

वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) द्वारा वैश्विक खेलों में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने पेरिस में कहा कि यह ओलिंपिक चार्टर का उल्लंघन है। रूस के पास इस फैसले के खिलाफ अदालत जाने के सभी कारण मौजूद हैं। बता दें कि वाडा ने डोप टेस्ट के लिए अपने खिलाड़ियों के गलत सैंपल्स भेजने और उससे छेड़छाड़ के मामले में रूस पर चार साल का प्रतिबंध लगाया है।

रूस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव ने कहा,‘यह रूस विरोधी उन्माद का सिलसिला है और अब यह नासूर बन चुका है।’ वहीं, वाडा के प्रवक्ता जेम्स फिट्जगेराल्ड ने कहा, ‘सिफारिशों की पूरी सूची सर्वसम्मति से स्वीकार कर ली गई है। वाडा कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया कि रूसी डोपिंगरोधी एजेंसी ने चार साल तक नियमों का पालन नहीं किया।’

वाडा के इस फैसले के बाद रूसी खिलाड़ी तोक्यो ओलंपिक में तटस्थ खिलाड़ी के तौर पर भाग ले सकते हैं लेकिन ऐसा तभी संभव होगा जब वे यह साबित करेंगे कि वे डोपिंग की उस व्यवस्था का हिस्सा नहीं थे जिसे वाडा सरकार प्रायोजित मानता है।

फिट्जगेराल्ड ने कहा, ‘उन्हें यह साबित करना होगा कि वे रूसी डोपिंग कार्यक्रम का हिस्सा नहीं थे जैसा कि मैकलारेन रिपोर्ट में कहा गया है या उनके नमूनों में हेराफेरी नहीं की गई थी।’ मैकलारेन रिपोर्ट 2016 में जारी की गयी थी जिसमें रूस में विशेषकर 2011 से 2015 तक सरकार प्रायोजित डोपिंग का खुलासा किया गया था।

वाडा के फैसले का विश्लेषण करने की जरूरत’

पुतिन ने सोमवार को वाडा के फैसले की चुनौती देने के सवाल पर कहा, ‘‘सबसे पहले हमें वाडा के फैसले का विश्लेषण करने की जरूरत है। प्रतिबंध लगाने का आधार क्या है? मेरे अनुसार वाडा को रूस ओलिंपिक राष्ट्रीय समिति से कोई शिकायत नहीं है और यदि नहीं है तो रूस को राष्ट्रीय ध्वज के साथ हिस्सा लेने देना चाहिए।’’

दंड सामूहिक प्रकृति का नहीं हो सकता: पुतिन

पुतिन ने कहा, ‘‘कोई भी सजा व्यक्तिगत होनी चाहिए। दंड सामूहिक प्रकृति का नहीं हो सकता। यह ऐसे लोगों पर भी लागू हो रहा है, जिन्होंने कुछ गलत नहीं किया। हर कोई इसे समझता है। मुझे लगता है कि वाडा के विशेषज्ञ भी इसे समझते हैं।’’ रूस की डोपिंग रोधी एजेंसी 21 दिनों के भीतर खेलों की सबसे बड़ी अदालत खेल पंचाट में वाडा के इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकती है।

वाडा ने लगाया 4 साल का प्रतिबंध

उल्लेखनीय है कि वाडा ने सोमवार को रूस पर एक डोपिंगरोधी प्रयोगशाला से गलत आंकड़े देने के आरोप लगाते हुए चार साल का प्रतिबंध लगा दिया, जिसके कारण रूस तोक्यो ओलिंपिक 2020 और बीजिंग शीतकालीन ओलिंपिक 2022 सहित वैश्विक खेल प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले पाएगा। वाडा ने इसी के तहत रूस से सभी बड़े खेल टूनार्मेंटों की मेजबानी का अधिकार भी वापिस ले लिया है जिसमें मुख्य रूप से ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप शामिल है। इससे पहले रूस की मेज़बानी में सोच्चि में शीतकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था जिसमें उस पर डोपिंग के आरोप लगे थे।

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