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ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद की दौड़ में ऋषि सुनक की दावेदारी और मजबूत हुई

ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद पर पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दावेदारी से इनकार करने के बाद भारतीय...
ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद की दौड़ में ऋषि सुनक की दावेदारी और मजबूत हुई

ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद पर पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दावेदारी से इनकार करने के बाद भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पर काबिज होने की संभावना सोमवार को और प्रबल हो गई।

पूर्व प्रधानमंत्री ने रविवार की रात को यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग कर लिया कि वापसी (प्रधानमंत्री पद पर वापसी) के लिए ‘‘यह सही समय नहीं है’’। इससे सुनक के लिए दिवाली पर जीत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

42 वर्षीय पूर्व चांसलर ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा था कि वह ‘‘देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने, अपनी पार्टी को एकजुट करने और देश के लिए काम करना चाहते हैं’’। उन्होंने 100-सांसदों की सीमा को आराम से पार कर प्रतिस्पर्धा में एक ठोस बढ़त हासिल की है।

प्रधानमंत्री पद की दौड़ में एकमात्र प्रतिस्पर्धी ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ की नेता पेनी मोर्डंट 100 सांसदों के लक्ष्य को पार करने के करीब पहुंच गई हैं, जिससे यह संभावना बन सकती है कि पूर्व वित्त मंत्री को सोमवार शाम को जल्द से जल्द नया नेता घोषित किया जा सकता है।

अगर, सुनक और मोर्डंट दोनों अंतिम सूची में जगह बनाते हैं, तो वे 1,70,000 कंजरवेटिव सदस्यों के ऑनलाइन मतदान की दिशा में आगे बढ़ेंगे।

सुनक पिछले महीने हुए पार्टी नेतृत्व पद के चुनाव में निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस से हार गए थे। ट्रस ने कंजरवेटिव पार्टी में अपने नेतृत्व के खिलाफ खुले विद्रोह के बाद सिर्फ 45 दिनों के बाद बृहस्पतिवार को उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी थी।

सुनक ने अपने हालिया चुनाव प्रचार अभियान में कहा, ‘‘मैं आप सभी से हमारी समस्याओं के समाधान का एक अवसर देने का अनुरोध कर रहा हूं।’’

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