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नए खुलासे पर दसॉल्ट के सीईओ का दावा- राफेल डील में रिलायंस सिर्फ 10% साझेदार

फ्रेंच बेवसाइट मीडियापार्ट के राफेल पर नए खुलासे के बाद विपक्ष एक बार फिर सरकार पर हमलावर है।...
नए खुलासे पर दसॉल्ट के सीईओ का दावा- राफेल डील में रिलायंस सिर्फ 10% साझेदार

फ्रेंच बेवसाइट मीडियापार्ट के राफेल पर नए खुलासे के बाद विपक्ष एक बार फिर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए उन्हें भ्रष्ट बताया। इन सबके बीच गुरुवार देर रात राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट ने सफाई दी है।

राफेल विमान बनाने वाली दसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैपर ने गुरुवार को बताया कि किस तरह नियमों का पालन करके ही अनिंल अंबानी की कंपनी के साथ करार किया गया। एरिक ने कहा कि डील में रिलायंस का इन्वेस्टमेंट सिर्फ 10% है।  

दरअसल, गुरुवार को एक फ्रैंच मैग्जीन ने दावा किया था कि राफेल के लिए सिर्फ रिलायंस का नाम भेजा गया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने डील में अनिल अंबानी की कंपनी को 30% कंपनसेशन दिलवाया।

दसॉल्ट कंपनी ने सफाई में क्या कहा?

दसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैफियर ने साफ किया कि अंग्रेजी के 'OFFSET' शब्द को फ्रेंच में 'COMPENSATION' कहा जाता है और इस डील में रिलायंस का इन्वेस्टमेंट सिर्फ 10% है। रिलायंस से समझौता भारत के कानून के तहत ही हुआ और पूरी तरह दसॉल्ट का फैसला था। कानून के तहत ही दसॉल्ट ने रिलायंस के साथ नागपुर में प्लांट बनाने का फैसला किया।

ट्रैफियर ने कहा कि हमारी बातचीत 100 से ज्यादा कंपनियों से जारी है और 30 कंपनियों के साथ साझेदारी भी हो चुकी है। सरकारी कंपनी HAL की जगह रिलायंस को चुनने पर एरिक ने कहा, 'रिलायंस के साथ मिलकर दसॉल्ट भारत में लंबी साझेदारी करना चाहता था इसलिए ये फैसला लिया गया।'

दैसो ने आमंत्रित किया था, इसलिए फ्रांस आई: रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अचानक फ्रांस दौरे को लेकर राहुल गांधी के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘दसॉल्ट कंपनी ने फ्रांस आने के लिए आमंत्रित किया था, क्योंकि हम खरीदार हैं। ऐसे में हमें निसंदेह फ्रांस आना पड़ेगा और सारी चीजों को देखना पड़ेगा।’

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को पेरिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि यह हमें नहीं पता था कि दसॉल्ट एविएशन अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप के साथ टीम बना रहा है। सीतारमण ने कहा कि फ्रांस की सरकार के साथ हमारी सोच एकदम साफ है। हमने 36 राफेल विमान के साथ-साथ उनकी मेंटनेंस की भी डील की है। वहीं, इस डील में किसी खास कंपनी का जिक्र नहीं किया गया।

राहुल गांधी का पीएम मोदी हमला

राफेल विमान डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को भ्रष्ट बता डाला। राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं देश के युवाओं को बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री भ्रष्ट है’। राफेल मामले में सीधे प्रधानमंत्री पर आरोप लग रहे हैं लेकिन वे चुप हैं। राहुल गांधी ने अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 30 हजार करोड़ रुपये वायुसेना से लेकर अनिल अंबानी की जेब में डाले।

बीजेपी का राहुल गांधी को जवाब

राफेल पर आरोपों का जवाब देने आए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी को झूठा करार दिया। संबित पात्रा ने कहा कि झूठे आरोपों के सहारे राहुल गांधी राजनीति में सफल नहीं होंगे। राफेल पर पात्रा ने कहा, 'एयर चीफ मार्शल राफेल डील के बारे में बोल चुके हैं कि यह एक गेम चेंजर है। देश की सुरक्षा में नई दिशा में ले जाने वाला होगा, जबकि राहुल गांधी इसके विपरीत बोलते हैं। किसकी बात पर विश्वास किया जाए। एयर चीफ मार्शल या राहुल गांधी की बात पर।'

जानें राफेल पर क्या था नया खुलासा

फ्रांस की मीडिया ने राफेल डील को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। बुधवार को हुए इस खुलासे में राफेल बनाने वाली कंपनी दसॉल्ड एविएशन के आंतरिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा गया है कि इसे ऑफसेट पार्टनर के तौर पर अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस के अलावा कोई विकल्प दिया ही नहीं गया था।

वहीं, दसॉल्ट ने अपनी सफाई में कहा है कि राफेल डील में ऑफसेट पार्टनर का होनी जरूरी थी, लेकिन इसके लिए पार्टनर के तौर पर सिर्फ रिलायंस कंपनी के विकल्प जैसी बात नहीं थी। किसी भी कंपनी को चुनने के लिए दसॉल्ट स्वतंत्र था।

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