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दोनों देश के लिए LAC पर शांति साझा हित में, लद्दाख घटना के लिए भारत जिम्मेदार: चीन

भारत-चीन तनाव के बीच चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों देश एक दूसरे के लिए महत्वपूर्ण पड़ोसी मुल्क...
दोनों देश के लिए LAC पर शांति साझा हित में, लद्दाख घटना के लिए भारत जिम्मेदार: चीन

भारत-चीन तनाव के बीच चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों देश एक दूसरे के लिए महत्वपूर्ण पड़ोसी मुल्क है। बुधवार को जारी अलग-अलग बयान में चीनी विदेश और रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) सीमा पर शांति और धैर्य बनाए रखना दोनों देशों के साझा हित में है और इसके लिए दोनों देशों को संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है। हालांकि, बयान में इस बात को भी दोहराया गया है कि 15-16 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प के लिए भारत जिम्मेदार था। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने कहा है कि दोनों देशों के रक्षा मंत्री फोन पर बातचीत कर रहे हैं। आगे कियान ने कहा, "दोनों पक्षों ने तनाव को नियंत्रित करने और सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने को लेकर 22 जून को दूसरी सैन्य-स्तरीय बैठक की।" 

बता दें, 15-16 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प में भारत के बीस सैनिक शहीद हो गए थे। जिसके बाद से लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है।

सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास करेंगे: चीन

चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने कहा, "हमें उम्मीद है कि भारत और चीन एक दूसरे से मिलेंगे। दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण सहमति को प्रभावी ढंग से लागू करेंगे। दोनों देशों के बीच हुए समझौते का सख्ती से पालन करेंगे और सभी स्तरों पर बातचीत के माध्यम से इस मामले को हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन  की तरफ से सीमा क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य और सीमा क्षेत्रों में शांति व स्थिरता बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास करेंगे।

जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित किया जाएगा: चीनी विदेश मंत्रालय

वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा है कि 17 जून को दोनों देशों के विदेश मंत्री के बीच हुई टेलीफोनिक वार्ता के दौरान इस गंभीर मामले को शांतिपूर्ण तरीके से निपटने के लिए सहमति व्यक्त की गई। उन्होंने कहा, "दोनों पक्षों के कमांडर स्तरीय बैठक में आम सहमति के लिए तैयार रहेंगे और जल्द से जल्द स्थिती को शांत किया जाएगा। दोनों पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और धैर्य बनाए रखेंगे। ये सभी अब तक के हुए समझौते के अनुसार है।" झाओ लिजियान ने यह भी कहा कि कमांडर स्तर की बैठक का दूसरा दौर 22 और 23 जून को आयोजित किया गया। इस दौरान दोनों पक्षों ने स्थिति को बेहतर करने और शांति को बढ़ावा देने के लिए जरूरी कदम उठाने पर सहमति जताई।

तनाव के बीच सेना प्रमुख का लद्दाख दौरा

भारत-चीन के तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे लद्दाख दौरे पर हैं। सेना प्रमुख ने पूर्वी लद्दाख में बॉर्डर पर तैनात सैनिकों से मिलकर ऑपरेशनल हालात की भी समीक्षा की। उन्होंने सैनिकों से उनके उच्च मनोबल की सहारना की और उन्हें उत्साह के साथ काम करना जारी रखने का आह्वान किया। बढ़ते तनाव के बीच, चीन की आक्रामकता जारी रहने पर भारत भी सभी संभावित सैन्य विकल्पों की खोज कर रहा है। भारत ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के 826 किलोमीटर के मोर्चे पर भी अपनी तरफ से तैयारी की है।

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