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चिकित्सा, भौतिकी और रसायन के क्षेत्र में इन वैज्ञानिकों को मिला 2017 का नोबेल पुरस्कार

स्टॉकहोम में नोबेल पुरस्कार देने वाली कमेटी ने विजेताओं के नाम की घोषणा की है। पढ़िए किन-किन...
चिकित्सा, भौतिकी और रसायन के क्षेत्र में इन वैज्ञानिकों को मिला 2017 का नोबेल पुरस्कार

स्टॉकहोम में नोबेल पुरस्कार देने वाली कमेटी ने विजेताओं के नाम की घोषणा की है। पढ़िए किन-किन क्षेत्रों में दिए गए नोबेल पुरस्कार:

भौतिकी का नोबेल पुरस्कार

तीन अमेरिकी वैज्ञानिक राइनर वाइस, बैरी बैरिश और किप थोर्ने को इस साल का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है। गुरुत्वीय तरंगों की खोज करने वाले वैज्ञानिकों को इस बार भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रुप से दिया गया है।


इन तीनों अमेरिकी वैज्ञानिकों ने गुरुत्वीय तरंगों के वजूद का पता लगाया और अल्बर्ट आइंस्टाइन के सदियों पुराने सिद्धांत को सही सिद्ध किया। ये तीनों वैज्ञानिक लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल वेव ऑब्जर्वेशन यानी लीगो रिसर्च प्रोजेक्ट से जुड़े थे जिसने आंस्टाइन के ग्रैविटेशनल रिलेटिविटी के सिद्धांत को सच साबित करने में सफलता पाई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान 85 साल के राइनर वाइस ने कहा रॉयल स्वीडीश एकेडमी ऑफ साइंस में पत्रकारों से टेलिफोन पर कहा, "हमें बहुत लंबा समय (लगभग दो महीने) खुद को यह भरोसा दिलाने में लगा कि हमने जो बाहर से देखा है वह सचमुच गुरुत्वीय तरंगें हैं।"

रसायन का नोबेल पुरस्कार 

 2017 का रसायन का नोबेल पुरस्कार जाक डुबोशे, योआखिम फ्रैंक और रिचर्ड हेंडरसन को संयुक्त रूप से दिया गया है। इन तीनों को क्रायो इल्केट्रॉन माइक्रोस्कोपी के विकास के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।


यह माइक्रोस्कोप किसी तरल में बायोमॉलिक्यूल की हाई रिजॉल्यूशन संरचना दिखा सकती है। नोबेल पुरस्कार विजेता जाक डुबोशे स्विट्जरलैंड की लूसान यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं जबकि योआखिम फ्रैंक न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी से। रिचर्ड हेंडरसन का नाता कैंब्रिज के एमआरसी लैबोरेट्री ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी से है।

चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार

जेफरी सी हॉल, माइकल रोसबाश और माइकल डब्ल्यू यंग को चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान के लिए इस साल नोबेल पुरस्कार के सम्मानित किया गया है। स्टॉकहोम में कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट स्थित नोबेल एसेंबली ने एक बयान जारी कर बताया, "सर्कैडियन रीदम को कंट्रोल करने वाले आणविक तंत्र की उनकी खोजों के लिए इस तिकड़ी को नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया है।"


 

 

 

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