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कोरोना से दुनिया भर में 3.22 लाख से ज्यादा मौतें, यूएन महासचिव ने कहा- 'अफ्रीकी देशों से लें सबक'

दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 48 लाख के पार हो गए हैं। वहीं इसके कारण 3.22 लाख से अधिक लोगों की...
कोरोना से दुनिया भर में 3.22 लाख से ज्यादा मौतें, यूएन महासचिव ने कहा- 'अफ्रीकी देशों से लें सबक'

दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 48 लाख के पार हो गए हैं। वहीं इसके कारण 3.22 लाख से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। अमेरिका में सबसे अधिक 91,000 से अधिक मौतें हुई हैं उसके बाद ब्रिटेन में 35,000 से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि विकसित देश कोरोना वायरस महामारी पर अफ्रीकी देशों से सबक ले सकते हैं कि उन्होंने अपने यहाँ इस वायरस के प्रकोप पर कैसे लगाम लगाई।

ब्रिटेन में और 545 लोगों की मौत

ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण के कारण और 545 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही देश में कोरोना की वजह से मरने वालों का आँकड़ा 35,341 तक पहुंच गया है। ब्रिटेन के पर्यावरण मंत्री जॉर्ज इउस्टिस ने महामारी से जुड़े ताज़ा आँकड़े शेयर करते हुए ये जानकारी दी। मरने वालों की संख्या के लिहाज से ब्रिटेन अमेरिका के बाद विश्व का दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है।

अफगानिस्तान में 24 घंटों में 581 केस

अफ़ग़ानिस्तान के लिए किसी एक दिन में दर्ज किए जाने वाले संक्रमण के मामलों के लिहाज़ से मंगलवार को सबसे अधिक केस सामने आए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 1,200 सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजे गए थे, जिसमें 581 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इससे पहले सबसे ज्यादा मामलों का रिकॉर्ड 414 का था। वहां पिछले 24 घंटों में पांच लोगों की मौत भी हुई है। अफ़ग़ानिस्तान में कोरोना वायरस के कारण अब तक 178 लोगों की मौत हो चुकी है।

'अफ्रीकी देशों से सबक लें विकसित देश'

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि ‘विकसित देश कोरोना वायरस महामारी पर अफ़्रीकी देशों से सबक ले सकते हैं कि उन्होंने अपने यहाँ इस संक्रमण के प्रकोप पर कैसे लगाम लगाई।’ उन्होंने कहा, “महामारी को लेकर शुरुआत में जिस प्रकार के अनुमान लगाए गए थे, कोविड-19 ने अफ़्रीकी देशों में उससे काफ़ी धीमी प्रगति की है।” उन्होंने कहा, “इसका सबसे बड़ा कारण है कि अधिकांश अफ़्रीकी सरकारों और संस्थाओं ने इस महामारी को देखते हुए सही वक्त पर सही क़दम उठाए और यही सबक है क्योंकि विकसित देशों ने ऐसा नहीं किया।”  महाद्वीप में कोरोना के कारण 3,000 से भी कम लोगों की मौत हुई है और संक्रमण के अब तक 88,000 मामले सामने आए हैं।

अल अक्सा मस्जिद दोबारा खुलेगी

यरूशलम में स्थित इस्लामी दुनिया का तीसरा सबसे पवित्र स्थान अल अक्सा मस्जिद अगले सप्ताह से खोल दी जाएगी। अल अक्सा मस्जिद की देखरेख की जिम्मेदारी जॉर्डन के पास है और मार्च में इसे आम लोगों के लिए बंद करने का अभूतपूर्व क़दम उठाया गया था। कोरोना संक्रमण को देखते हुए मध्य पूर्व के देशों में कई मस्जिदें बंद कर दी गई थीं।

हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन लेना ‘उचित’ : ट्रंप

व्हाइट हाउस में दो लोगों के कोरोना वायरस टेस्ट में पॉज़िटिव पाए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें लगता है कि हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन लेना ‘उचित’ है। इससे पहले अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि वो मलेरिया और लूपस की दवा का प्रयोग कर रहे हैं, हालांकि सार्वजनिक स्वास्थ्यकर्मियों ने इसको लेकर चेतावनी दी है कि इसका उपयोग करना असुरक्षित हो सकता है। मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग में कैमरे के आगे उन्होंने कहा, “एक व्यक्ति जो मेरे बेहद क़रीब हैं, वो बेहद अच्छे इंसान हैं पॉज़िटिव पाए गए हैं।” “मैं माइक (पेंस, उप-राष्ट्रपति) के साथ ज़्यादा काम करता हूं और उनका एक क़रीबी शख़्स भी पॉज़िटिव पाया गया है। तो मुझे लगता है कि मेरे हिसाब से इसे लेने का बुरा वक़्त नहीं है क्योंकि हमारे पास इसका मेल है।”

'6 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे रहने के लिए हो जायेंगे मजबूर'

विश्व बैंक के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि गरीबी उन्मूलन की दिशा में पिछले तीन वर्षों में जो कुछ भी हासिल किया था, विश्व भर में जारी लॉकडाउन इन सब पर पानी फेर देगा। डेविड मालपास का कहना है कि विश्व बैंक के अनुमान के अनुसार वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत की गिरावट होने की वजह से छह करोड़ लोग ग़रीबी रेखा के नीचे रहने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

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