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डब्ल्यूएचओ की चेतावनी; कोरोना की रफ्तार में हो रही तेजी, महामारी का अपने चरम पर आना अभी बाकि

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के...
डब्ल्यूएचओ की चेतावनी; कोरोना की रफ्तार में हो रही तेजी, महामारी का अपने चरम पर आना अभी बाकि

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के बढ़ने की रफ्तार तेज हो रही है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि ये महामारी अभी अपने चरम पर नहीं पहुंचा है। डब्ल्यूएचओ ने उन देशों की सराहना की है जहां कोरोना की वजह से मौतें कम हो रही हैं। महानिदेशक टेड्रोस एडहोम ने कहा कि इस दिशा में प्रगति हुई है और इन देशों ने सबसे कमजोर समूहों के प्रति लक्षित कार्रवाई को लागू किया है। टेड्रोस एडहोम ने कहा, मृत्यु की संख्या वैश्विक स्तर पर कम हुई है। वास्तव में कुछ देशों ने मौतों की संख्या को कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जबकि अन्य कई देशों में मौतें अभी भी बढ़ रही हैं। प्रकोप तेज हो रहा है और हम स्पष्ट रूप से महामारी के चरम पर नहीं पहुंचे हैं। डब्लूएचओ के प्रमुखों ने कहा कि कोरोनो वायरस वैश्विक स्तर पर तेजी से फैल रहा है। 

विश्व स्तर पर पिछले पांच या छह हफ्तों में पुष्टि होने वाले मामलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को देखने को मिली है। इस बाबत डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही मृत्यु दर में तेजी देखने को मिल सकता है। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. माइकल रयान ने कहा कि अप्रैल और मई में एक दिन में 100,000 मामले आ रहे थे लेकिन अभी हर दिन 200,000 नए संक्रमित मरीज आ रहे हैं।

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डॉ. माइकल रयान ने कहा कि कोविड-19 से होने वाली मौत की संख्या फिलहाल स्थिर दिखाई दे रही है। लेकिन, उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि मामलों में हो रही वृद्धि की पुष्टि और कोरोना से हो रही मौत की संख्या के बीच कुछ समय का अक्सर अंतराल होता है। डॉ. रयान ने इस बात को भी खारिज किया कि मामलों में महत्वपूर्ण उछाल का कारण अधिक संख्या में टेस्टिंग है। उन्होंने कहा कि यह महामारी तेजी से बढ़ रही है।

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उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि कोविड-19 रोगियों के प्रभावी ढंग से इलाज के बारे में प्राप्त सामूहिक ज्ञान से मृत्यु दर को कम रखने में मदद मिलती है, लेकिन इसकी बात की गारंटी नहीं दी जा सकती है। हम केवल पिछले पांच से छह सप्ताह में मामलों में तेजी से बढ़ रहे आंकड़ों का आंकलन किया है। इसलिए इस बात पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए यदि मौतें फिर से बढ़ने लगती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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