अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ती शत्रुता के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि ‘‘अगर’’ उन्हें दोनों देशों के बीच संघर्ष को हल कराने की जरूरत पड़ी तो यह उनके लिए ‘‘आसान’’ बात होगी।
ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ भोज के दौरान मीडिया से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि पाकिस्तान ने हमला किया या अफगानिस्तान के साथ संघर्ष जारी है, अगर मुझे इसे सुलझाना है तो यह मेरे लिए आसान है।’’
ट्रंप ने लाखों लोगों की जान बचाने का एक बार फिर दावा किया और साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि उन्हें अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को सुलझाने में ‘‘सफलता’’ मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लोगों को मारे जाने से रोकना अच्छा लगता है। मैंने लाखों-करोड़ों लोगों की जान बचाई है और मुझे लगता है कि हमें इस युद्ध को रोकने में सफलता मिलेगी।’’
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर नए हवाई हमले किए जिससे दोहा में होने वाली अपेक्षित वार्ता पर ग्रहण लग गया। इससे पहले दोनों पक्षों के बीच संघर्षविराम ने हमलों पर अस्थायी रूप से विराम लगा दिया था।
समाचार पत्र ‘डॉन’ की शनिवार की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों से पहले आतंकवादियों ने उत्तरी वजीरिस्तान में एक सैन्य प्रतिष्ठान पर बंदूक और बम से हमले किए थे।
इस बीच, ट्रंप ने ‘‘आठ युद्ध’’ रूकवाने के बावजूद नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर एक बार फिर निराशा व्यक्त की है।
ट्रंप ने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि हमने आठ अन्य समस्याओं का समाधान किया है।… मैंने आठ युद्ध सुलझाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर बार जब मैं एक का समाधान कराता हूं तो वे कहते हैं कि अगर आप अगले का भी समाधान कर लेते हैं तो आपको नोबेल पुरस्कार मिलेगा।’’
ट्रंप ने हालांकि तुरंत यह भी कहा कि उन्होंने यह नोबेल के लिए नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि वह 2025 की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता (मारिया कोरिना मचाडो) को नहीं जानते। उन्होंने मचाडो का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नोबेल पुरस्कार नहीं मिला। किसी को यह पुरस्कार मिला है। वह एक बहुत अच्छी महिला हैं, बहुत अच्छी, मुझे नहीं पता कि वह कौन हैं लेकिन वह बहुत उदार हैं इसलिए मुझे इन सब बातों की परवाह नहीं है। मुझे बस लोगों की जान बचाने की परवाह है।’’