अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि भारत और चीन अपने मौजूदा सीमा विवादों को हल करने में सक्षम होंगे, क्योंकि उन्होंने इस संबंध में दो एशियाई दिग्गजों की मदद करने के अपने प्रस्ताव को दोहराया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, 'मुझे पता है कि अब चीन और भारत को कठिनाई हो रही है और बहुत ही कठिन कठिनाई हो रही है। उम्मीद है कि वे इसका हल निकाल पाएंगे। अगर हम मदद कर सकते हैं, तो हम मदद करना पसंद करेंगे।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान उस समय आया है, जब भारतीय और चीनी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने लद्दाख में एलएसी विवाद को सुलझाने के लिए बैठक की। दोनों देशों ने एलएसी पर और ज्यादा सैनिक न भेजने पर सहमति जताई। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप चीन के साथ एक निष्पक्ष और संतुलित संबंध चाहते हैं, जहां एक देश दूसरे देश के लिए अथवा अन्य देशों की आजीविका के लिए खतरा नहीं बने।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2018 में चीन के साथ व्यापार युद्ध शुरू किया, जिसके बाद दोनों देशों के बीच संबंध बिगड़ गए थे। ट्रंप ने चीन से व्यापार घाटे को कम करने के लिए कहा था जो कि 2017 में 375.6 अरब अमेरिकी डॉलर था। कोवि--19 महामारी के बाद से चीन और अमेरिका के संबंध और भी बिगड़ गए हैं। ट्रंप बार-बार कोरोना वायरस को 'चीनी वायरस' बता रहे हैं और उनका कहना है कि चीन इस महामारी से सही तरह से नहीं निपट पाया, हालांकि चीन इस आरोप से इनकार करता रहा है।