संतुलित समीक्षा जरूरी सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों- प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायाधीश एस.ए. बोबडे, न्यायाधीश डी.वाई.... NOV 14 , 2019
फैसले का फलसफा लगभग तीन दशकों से भारतीय राजनीति को मथ रहे अयोध्या विवाद को खत्म करने का फैसला सुप्रीम कोर्ट की पांच... NOV 09 , 2019
संवैधानिक मर्यादाएं दरकिनार “कश्मीर से जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले ही सरकार ने नियुक्त किए... NOV 01 , 2019
सरकार मिली जनादेश नहीं “भाजपा को समझ में आ गया होगा कि हमेशा भावनात्मक मुद्दे काम नहीं आते, लेकिन विपक्ष का मुगालते में रहना... NOV 01 , 2019
न्यायपालिका द्वारा अपनी ड्यूटी की अनदेखी आजकल देश में न्यायपालिका अपनी सत्ता, अपना अधिकार क्षेत्र, अपना मैदान और यहां तक कि अपना कर्तव्य, सब... OCT 17 , 2019
नोबेल पुरस्कार और छात्र राजनीति पिछले कई वर्षों से देश के विश्वस्तरीय शिक्षा संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के खिलाफ... OCT 17 , 2019
गांधी प्रासंगिक कैसे नहीं अब समय आ गया है कि हम खुद से पूछें, “क्या हम गांधी के लायक हैं?” जवाब है नहीं महात्मा गांधी भारत के... OCT 06 , 2019
गांधी आर्थिकी से ही बदलेगी दुनिया गांधीवादी विचार लोकतंत्र, पर्यावरण सुरक्षा और समता की स्थापना के लिए मौजूदा बाजारवादी... OCT 06 , 2019
महात्मा और राष्ट्र | इरफान हबीब "अपने आखिरी दिनों में राष्ट्रवाद में वह नया आयाम जोड़ा, जिसकी आज दुनिया को सबसे ज्यादा जरूरत" राष्ट्र... OCT 02 , 2019
गांधी के साथ चलने के खतरे गांधी का ‘राष्ट्रवाद’ व्यक्ति की गरिमा और स्वाभिमान से जुड़ता है, उसे भीड़ से नहीं जोड़ता। आज... OCT 02 , 2019