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राममंदिर जमीन घोटाला- “जिनके हाथों में रामभक्तों का खून, उनसे सलाह की जरूरत नहीं”: विपक्ष के आरोप पर बोले केशव प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश में चल रहे कथित राम मंदिर भूमि घोटाले को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का...
राममंदिर जमीन घोटाला- “जिनके हाथों में रामभक्तों का खून, उनसे सलाह की जरूरत नहीं”: विपक्ष के आरोप पर बोले केशव प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश में चल रहे कथित राम मंदिर भूमि घोटाले को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है "जिनके हाथों में रामभक्तों का खून है, हमें उनसे सलाह की जरूरत नहीं है। मंदिर ट्रस्ट मामले की जांच कर रहा है। दोषी, यदि कोई हो, दंडित किया जाएगा।"

बता दें कि आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी की ओर से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है। 

विपक्षी नेता आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ट्रस्ट पर आरोप लगाते हुए ट्विट किया था कि ट्रस्ट ने कहा “वहाँ ज़मीन महँगी है” झूठ पकड़ा गया ज़मीन की मालियत 5 करोड़ 80 लाख है ये ज़मीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को 2 करोड़ में मिल जाती है तो 5 मी. बाद ट्रस्ट को 18.5 करोड़ में क्यों मिली? क्या 5.50 लाख रु प्रति सेकेंड ज़मीन महँगी हो सकती है?

जमीन खरीद को लेकर लगाए गए आरोपों पर ट्रस्ट ने सफाई दी है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय ने आधिकारिका पत्र जारी कर इन आरोपों का खंडन किया है।

उन्होंने कहा है कि वास्तु के अनुसार सुधार के लिए मंदिर परिसर के पूर्व और पश्चिम दिशा में यात्रा को सुलभ बनाने और मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए कुछ छोटे-बड़े मंदिर और गृहस्थों के मकान खरीदने जरूरी हैं। जिनसे मकान खरीदा जाएगा, उन्हें पुनर्वास के लिए जमीनें दी जाएंगी। इस काम के लिए भूमि की खरीददारी की जा रही है।

उन्होंने आरोपो को खारिज करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी जमीनें खरीदी हैं, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम हैं। लोग राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित होकर भ्रम फैला रहे हैं।

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