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चर्चा में रहे जो
किसान आंदोलन

हरियाणा में किसान टकराव

हरियाणा केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को लेकर आजकल कुछ राजनैतिक रणनीतियों की जोर आजमाइश का केंद्र बनता लग रहा है। एक रणनीति सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा नेताओं के कार्यक्रमों को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच बढ़ते टकराव के रूप में खुल रही है। हाल में टोहाना से जजपा के विधायक देवेंद्र बबली से जुड़े घटनाक्रम में पुलिस ने तीन दिन तक तीन किसानों को हिरासत में रखा। विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, योगेंद्र यादव, जोगिंदर सिंह उग्राहां समेत कई किसान नेता दो दिनों तक टोहाना थाने के बाहर डेरा डाले रहे। जब भारी जमावड़ा होने लगा तो किसानों को रिहा किया गया और मुकदमे वापस लिए गए। उसके बाद ही किसान नेता दिल्ली बॉर्डर की ओर काफिले के साथ कूच कर पाए। उससे पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रमों के विरोध पर भी हिसार और उचानाकलां में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और मुकदमे दर्ज हुए थे।

खुफिया विभाग के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली से सटे राज्य के सिंघु, कुंडली और टिकरी बॉर्डर पर किसानों का पहले जैसा जमावड़ा रोकने के लिए सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने हिसार, टोहाना, अंबाला, शाहबाद जैसे भीतरी इलाकों में सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए, ताकि टकराव की हालत में किसानों को पुलिस मुकदमों में उलझाकर दिल्ली की ओर कूच करने से रोका जा सके।

 हालांकि सरकार की इन कोशिशों के बावजूद हरियाणा के किसानों का दिल्ली की ओर कूच बढ़ा है। भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के मुताबिक 15 जून से होने वाली धान की बुआई खत्म होने के बाद प्रदेश के हजारों किसानों का जमावड़ा दिल्ली की सीमाओं पर होगा। जब तक कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेता टेकराम कंडेला का कहना है कि सरकार की बेरुखी से किसान नेताओं ने आंदोलन को तेज करने के लिए फिर कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। उधर, सरकार भी पुलिसिया सख्ती पर जोर देती लग रही है।

 किसानों से सरकार की 11 दौर की बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकला है। आखिरी बैठक 22 जनवरी को हुई थी। कृषि अर्थशास्त्री एवं सीएसीपी के पूर्व चेयरमैन, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार रहे डॉ. सरदारा सिंह जोहल का कहना है कि पिछले 6 महीने से शांत किसानों ने केंद्र सरकार को पूरा मौका दिया पर सरकार ने आंदोलन को खत्म मान बातचीत आगे बढ़ाने की कोई गंभीर कोशिश नहीं की।

 

‘‘आज से शादी में एक लीटर पेट्रोल भी दे सकते हैं शगुन में, एक सौ एक हो गया।’’

अनुभव सिन्हा, फिल्म निर्माता-निर्देशक, पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर

 

रामदेव-आइएमए विवाद

एलोपैथी पर लगातार अपने बयान की वजह से योगगुरु बाबा रामदेव सुर्खियों में बने हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के कहने के बाद उन्होंने भले ही माफी मांग ली हो पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) से उनकी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। हालांकि बाबा का कहना है कि वे न तो एलोपैथी के खिलाफ हैं और न ही डॉक्टरों के। उनकी लड़ाई उन ड्रग माफिया से है, जो दो रुपये की दवाई को 10 हजार रुपये में बेचते हैं। उनके अनुसार, इस इंडस्ट्री में टेस्ट और ऑपरेशन माफिया भी हैं, जो मरीजों को लूट रहे हैं। रामदेव ने आरोप लगाया कि ब्रांडेड कंपनियों की दवाएं लिखने वाले डॉक्टर कमीशन खाते हैं और जेनरिक न लिखकर महंगी दवाएं लिखते हैं। वे इनके खेल को बंद करवाने के लिए कोर्ट भी जाएंगे। स्वामी रामदेव ने कहा कि कोरोना के साथ इम्युनिटी बढ़ाने वाला पेंट भी आ गया है और उस पेंट में आइएमए वालों को इम्युनिटी दिखती है, लेकिन कोरोनिल और कपाल भाति में इम्युनिटी नजर नहीं आती है। विवाद आखिर इसी से उठा था कि कोरोनिल को कोविड का कथित रक्षा कवच बताने की कोशिश हुई थी। तो, कहीं विवाद बाजार का तो नहीं। इस बीच एलोपैथी पर दिए गए बयान को लेकर आइएमए ने बाबा रामदेव के खिलाफ बिहार में जगह-जगह मुकदमे कराने का निर्णय लिया है। डॉक्टरों का कहना है कि बाबा रामदेव को बिना तथ्य के अपने बयानों के लिए डॉक्टर समुदाय से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।

 

प्रिंस हैरी और मेगन मर्केल की लिलिबेट

ब्रिटेन के ड्यूक प्रिंस हैरी की पत्नी मेगन मर्केल ने अमेरिका में बेटी को जन्म दिया है, जिसका नाम लिलिबेट 'लिली' डायना रखा है। बच्ची का पहला नाम ‘लिलिबेट’ महारानी एलिजाबेथ को प्यार से बुलाया जाने वाला नाम है, जबकि दूसरा नाम उसकी दादी और हैरी की मां डायना के सम्मान में है। यह बच्ची ब्रिटेन के शाही परिवार के वारिसों में आठवें स्थान पर रहेगी। बच्ची के जन्म की खबर के साथ उसकी कोई तस्वीर अभी जारी नहीं की गई है। बच्ची का जन्म ऐसे समय हुआ है जब शाही परिवार और हैरी दंपती के बीच दूरियां बढ़ी हुई हैं। लिलिबेट डायना के लिए शाही परिवार ने शुभकामनाएं भेजीं हैं। द प्रिंस ऑफ वेल्स और द डचेस ऑफ कॉर्नवाल और द ड्यूक एंड डचेस ऑफ कैम्ब्रिज इस खबर से खुश हैं। लिलिबेट महामहिम की 11वीं परपोती हैं।

 

 

जूही चावला पर 20 लाख का जुर्माना

दिल्ली हाइकोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला की 5जी टेक्नोलॉजी के खिलाफ याचिका को खारिज करते हुए उन पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। याचिका में दावा किया गया था कि 5जी वायरलेस तकनीक योजनाओं से इन्सानों, पशु-पक्षियों और वातावरण को नुकसान पहुंचने का खतरा है। लेकिन, कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता ने कानूनी प्रक्रिया का गलत इस्तेमाल किया है। कोर्ट के मुताबिक, लगता है कि सिर्फ पब्लिसिटी के लिए मुकदमा दायर किया गया था। याचिका में कुछ ही ऐसी जानकारियां हैं जो सही हैं, बाकी कयास हैं। कोर्ट ने जूही चावला के सरकार को प्रतिवेदन दिए बिना 5जी वायरलेस नेटवर्क तकनीक को चुनौती देने के लिए सीधे अदालत आने पर भी सवाल उठाए। कोर्ट ने कहा कि जूही चावला और दो अन्य लोगों को पहले अपने अधिकारों के लिए सरकार से संपर्क करने की आवश्यकता थी, अगर वहां उनकी बात नहीं सुनी जाती तब उन्हें अदालत आना चाहिए था।

 

 

मेहुल चोकसी प्रत्यर्पण मामला

13,578 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में वांछित मेहुल चोकसी 23 मई को रहस्यमयी परिस्थितियों में एंटीगुआ एंड बारबुडा से लापता हो गया था और बाद में उसे कैरिबियाई देश डॉमिनिका में गिरफ्तार किया गया। लेकिन, उसे वहां चल रहे कानूनी प्रक्रिया के कारण भारत लाने में समय लग सकता है। उसे लाने के लिए भारत से अधिकारियों का दल चार्टर्ड विमान लेकर डॉमिनिका पहुंचा था लेकिन आठ दिन बाद टीम बैरंग वापस लौट आई। चोकसी पर डॉमिनिका में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश करने का आरोप है, लेकिन चोकसी का कहना है कि उसे एंटीगुआ से अपहरण कर जबरदस्ती डॉमिनिका लाया गया है। चोकसी के वकील का कहना है कि डोमिनिका में उसका प्रवेश जबरदस्ती था और वह उसके लिए जिम्मेदार नहीं है। उसके वकील का यह भी कहना है कि वे एंटीगुआ के नागरिक हैं इसलिए उसे वापस वहीं भेजा जाए। एंटीगुआ के पीएम गैस्टन ब्राउन का कहना है कि अगर अपहरण साबित हुआ तो यह गंभीर मामला है। ब्राउन ने कहा कि पुलिस ने चोकसी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। ब्राउन ने कहा कि चोकसी ने रॉयल पुलिस फोर्स ऑफ एंटीगुआ एंड बारबूडा के समक्ष अपनी शिकायत दी है। इससे पूर्व मेहुल चोकसी के परिवार ने भी उसके खुद डॉमिनिका भागने की थ्योरी पर सवाल उठाया था। उनका कहना था कि वह 23 मई की शाम 5 बजे तक एंटीगुआ में ही था। ऐसे में वह कैसे आखिर 5 घंटे में ही 120 मील की दूरी तय कर सकता है। दावा किया गया है कि इतनी लंबी दूरी करने में 12 से 13 घंटों का वक्त लगता है।

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