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जो चर्चा में है
एच.डी. कुमारस्वामी

अगर हिंदी दिवस मनाना ही है, तो केंद्र सरकार को कन्नड़ सहित देश की बाकी सभी भाषाओं का दिवस भी मनाना चाहिए

एच.डी. कुमारस्वामी, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री, जद (एस) नेता

 

कंगना रनौत का बदला प्रियंका गांधी से!

रेखांकन

 

शिमला के पास नौ एकड़ के भूखंड पर खड़ा प्रियंका गांधी वाड्रा के ‘सपनों का घर’ एक बार फिर सुर्खियों में है। यह बंगला बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद शुरू हुई राजनैतिक बहस में फंस गया है। प्रियंका के 2007 में जमीन खरीदने के बाद शुरू हुए विवादों की यह नवीनतम कड़ी है। राज्य भाजपा की महिला शाखा की अध्यक्ष रशीम धर सूद ने मुंबई में अभिनेत्री कंगना रनौत के कार्यालय के कुछ हिस्से तोड़ने के खिलाफ प्रियंका के घर को ध्वस्त करने की धमकी दे डाली। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी ‘हिमाचल की बेटी’  कंगना के कार्यालय में बृहन्मुंबई नगर निगम की कार्रवाई की निंदा की, लेकिन उन्होंने प्रियंका के बंगले की सुरक्षा का आश्वासन भी दिया।

किंग मेकर का नया बंगला

लालू प्रसाद यादव

 

किंग मेकर की भूमिका में रहने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जेल के भीतर रहें या बाहर, लगातार चर्चा में रहते हैं। ताजा विवाद राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रांची परिसर में तीन एकड़ में फैले बंगले का है। संस्थान के निदेशक को आवंटित इस बंगले में अभी लालू प्रसाद रह रहे हैं। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लालू को एक माह पहले ही रिम्स के पेइंग वार्ड से निकालकर निदेशक के इस विशाल बंगले में स्थानांतरित किया गया था। पूर्णकालिक निदेशक न होने के कारण यह बंगला पिछले कुछ माह से खाली पड़ा था। पेइंग वार्ड में लालू को एक हजार रुपये दैनिक के हिसाब से शुल्क देना पड़ता था। लालू प्रसाद यहां दो साल रहे और उसका किराया अदा किया। रिम्स के इतिहास में यह पहला मौका है, जब निदेशक के बंगले में किसी मरीज या मरीज-कैदी को रखा गया हो। इस बंगले का अभी कोई किराया निर्धारित नहीं है। लालू प्रसाद ने अभी तक इस बंगले का किराया नहीं दिया है। रिम्स प्रबंधन का कहना है कि लालू को अप्रत्याशित परिस्थिति में निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया था, लेकिन बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का आरोप है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने लालू को इलाज के नाम पर पहले जेल से रिम्स में और फिर आइसोलेशन के बहाने आलीशान बंगले में पहुंचा दिया है।

बहादुरी का नूर

इनायत नूर

नूर इनायत खान का लंदन के ब्लूम्सबरी स्थित पैतृक घर अब खास बन गया है। उनकी स्मृति में इस घर को इंग्लिश हेरिटेज संस्था से नीली पट्टिका मिली है, जिसे ऐतिहासिक संबंधों वाले भवनों को स्मृतिचिन्ह के रूप में दिया जाता है। 1866 में शुरू की गई यह परंपरा अब भी बदस्तूर जारी है। शहर में 950 से अधिक ऐसी इमारतें हैं जिनका किसी न किसी महत्वपूर्ण हस्ती से संबंध रहा है। दरअसल नूर मैसूर के नवाब टीपू सुल्तान की वंशज थीं और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने ब्रिटेन में सीक्रेट एजेंट के रूप में काम किया था। वे 1943 में नाजियों के कब्जे वाले फ्रांस में घुसपैठ करने वाली पहली महिला रेडियो ऑपरेटर थीं। 1940 में विंस्टन चर्चिल द्वारा स्थापित एक स्वतंत्र ब्रिटिश गुप्त सेवा स्पेशल ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव में नूर ब्रिटेन की पहली भारतीय मुस्लिम युद्ध नायिका थीं, जो 1944 में मारी गई थीं। 1949 में उन्हें मरणोपरांत जॉर्ज क्रॉस से सम्मानित किया गया था। नूर मास्को में पैदा हुईं, ब्रिटेन में पली-बढ़ीं और नाजियों के कब्जे वाले फ्रांस में अंतिम सांस ली। नूर अपने तीन उपनाम नोरा बेकर, मेडेलीन और जीन-मरी रेनिया के नाम से भी जानी जाती थीं। 1 जनवरी 1914 को मास्को में जन्मी नूर के पिता भारतीय और मां अमेरिकी थीं। पिता हजरत इनायत खान टीपू सुल्तान के पड़पोते थे। नूर के जन्म के बाद उनका परिवार मॉस्को से लंदन आ गया। 1927 में पिता के निधन के बाद पूरे घर की जिम्मेदारी उनके ही कंधों पर आ गई थी। जर्मनों ने धोखे से उन्हें गिरफ्तार किया और डचाऊ तन्हाई शिविर में उन्हें गोली मार दी गई।

मिलिए नए मानव कंप्यूटर से

नीलकांत भानु प्रकाश

हाल ही में मानव कंप्यूटर के नाम से मशहूर शकुंतला देवी की बॉयोपिक बनी है, जिसमें विद्या बालन ने उनकी भूमिका निभाई है। लेकिन अब लंदन में आयोजित माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड के मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण जीतने के बाद हैदराबाद के बीस वर्षीय नीलकांत भानु प्रकाश दुनिया के सबसे तेज मानव कैलकुलेटर के रूप में उभरे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज में गणित (स्नातक) के इस छात्र का कहना है कि दुनिया में सबसे तेज मानव कैलकुलेटर होने के चार विश्व रिकॉर्ड और 50 लिम्का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज हैं। उनका दिमाग कैलकुलेटर से भी तेज गति से गणना करता है। स्कॉट फ्लेन्सबर्ग और शकुंतला देवी जैसे महारथियों के रिकॉर्डों को तोड़ना राष्ट्रीय गौरव का विषय है। वह कहते हैं, “मैंने वैश्विक स्तर पर गणित में भारत को स्थान दिलाने के लिए पूरा प्रयास किया।” पहली बार है जब भारत ने लंदन में आयोजित माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड, में स्वर्ण पदक जीता है। यह मानसिक कौशल और दिमाग के खेल के लिए सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है, जो हर साल लंदन में आयोजित की जाती है। यह ओलंपियाड पहली बार 1998 में आयोजित किया गया था। भानु प्रकाश के अनुसार, अब वे अपनी विजन मैथ प्रयोगशालाओं के माध्यम से लाखों बच्चों तक पहुंच कर गणित के प्रति रुचि जागृत करना चाहते हैं। उनका कहना है कि भारत के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हर चार छात्रों में से तीन को बुनियादी गणित समझने में परेशानी होती है।

कदमों के निशां

कपिला वात्स्यायन

कपिला वात्सायन

साहित्य-कला मर्मज्ञ, संस्कृतिकर्मी, कपिला वात्स्यायन का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे संगीत-नृत्य और कला की शास्त्रीय और लोक परंपराओं की गहरी समझ के लिए जानी जाती रही हैं। दिल्ली में इंदिरा गांधी कला केंद्र की संस्थापक निदेशक कपिला जी को 2011 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था। वे हिंदी के यशस्वी साहित्यकार सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ की पत्नी थीं। उन्होंने बिरजू महाराज के पिता अच्छन महाराज से कथक सीखा था। भरतनाट्यम मीनाक्षी सुंदरम पिल्लै और बाद में रुक्मिणी देवी अरंडेल की शिष्या ललिता से सीखा। शास्त्रीय नृत्य पर उनकी किताब क्लासिक इंडियन डांस इन लिटरेचर ऐंड आर्ट्स काफी चर्चित है।

केशवानंद भारती

केशवानंद भारती

 

संविधान के मूल संरचना सिद्धांत को निर्धारित करने वाले ऐतिहासिक फैसले के प्रमुख याचिकाकर्ता रहे 79 वर्ष केशवानंद भारती ने केरल के कासरगोड जिले में स्थित इडनीर आश्रम में अंतिम सांस ली। 1973 में सुप्रीम कोर्ट ने ‘केशवानंद भारती बनाम स्टेट ऑफ केरल’ में अपने निर्णय में कहा था कि संविधान की प्रस्तावना के मूल ढांचे को बदला नहीं जा सकता।

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