Advertisement

बॉलीवुड पैपराजी: इंटरव्यू/मानव मंगलानी ‘यूट्यूबर से परेशानी’

पिछले कुछ वर्षों में बॉलीवुड में पैपराजी कल्चर ने जड़ें जमा ली हैं। चर्चित पैपराजी के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लाखों फॉलोअर हैं। बॉलीवुड फोटोग्राफर के रूप में दो दशक से सक्रिय मानव मंगलानी आज पैपराजी कल्चर में लोकप्रिय नाम हैं।
मानव मंगलानी

पिछले कुछ वर्षों में बॉलीवुड में पैपराजी कल्चर ने जड़ें जमा ली हैं। चर्चित पैपराजी के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लाखों फॉलोअर हैं। बॉलीवुड फोटोग्राफर के रूप में दो दशक से सक्रिय मानव मंगलानी आज पैपराजी कल्चर में लोकप्रिय नाम हैं। उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर फिल्मी सितारों की निजी जिंदगी और प्रोफेशनल काम से जुड़ी तस्वीरें उपलब्ध रहती हैं। 20 लाख फॉलोअर वाले  मानव मंगलानी ने पैपराजी कल्चर से जुड़े तमाम पहलुओं पर गुरप्रीत कौर से बातचीत की। संपादित अंश:

पैपराजी कल्चर की बढ़ती लोकप्रियता का क्या कारण है?

सबसे बड़ा कारण तो डिजिटल क्रांति है। पूरा देश अधिकांश समय फोन पर बिता रहा है। खेल और हिंदी सिनेमा में लोगों की रुचि है। जनता खेल और हिंदी सिनेमा से जुड़े लोकप्रिय सितारों के जीवन में क्या चल रहा है, यह जानना चाहती है। इसलिए इन हस्तियों की जिम, एयरपोर्ट, योगा सेशन की तस्वीरें खूब देखी और पसंद की जाती हैं। डिजिटल क्रांति के दौर से पहले, दर्शकों को फिल्मी सितारों की तस्वीरों के लिए इंतजार करना पड़ता था। तस्वीरें खिंचती थीं और अगले दिन अखबार में छपती थीं। अब सारा कुछ फोन पर है। दर्शक बड़ी संख्या में पैपराजी फोटोग्राफरों को फॉलो करते हैं।

क्या फिल्मी सितारों की पीआर टीम और उनके मैनेजर पैपराजी फोटोग्राफरों से सूचनाएं साझा करते हैं?

कुछ साल पहले तक यह चलन था। अब पैपराजी टीम सिर्फ पीआर टीम पर निर्भर नहीं रहते। यूं तो दोनों को एक-दूसरे की जरूरत है। पैपराजी टीम को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के लिए कंटेंट चाहिए होता है और कलाकारों को चर्चा, प्रमोशन की भूख होती है। आज 80 प्रतिशत रिसर्च पैपराजी फोटोग्राफर और उनकी टीम करती है। शहर में कौन-सा इवेंट हो रहा है, किस फिल्म की स्क्रीनिंग है, सब जानकारियां पैपराजी खुद जुटाते हैं। केवल 20 प्रतिशत जानकारियां पीआर टीम से मिलती हैं।

जया बच्चन जैसी वरिष्ठ कलाकार पैपराजी कल्चर का विरोध करती हैं, इसे आप और आपकी टीम किस तरह लेती है?

हम जया बच्चन जी की इज्जत करते हैं। वे सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं हैं और उन्हें आज भी प्रिंट माध्यम पसंद है। हम उनकी तस्वीरें खींचने से परहेज करते हैं। हम नहीं चाहते उन्हें हमसे तकलीफ हो। मुश्किल हालात पैपराजी कल्चर से नहीं, यूट्यूबर्स की वजह से पैदा हुए हैं। उन्हें अपने चैनल के लिए किसी भी कीमत पर वीडियो चाहिए। कई बार आयोजन में इतनी भीड़ हो जाती है कि कलाकार पैनिक कर जाते हैं। मौजूदा पैपराजी कल्चर का नकारात्मक पक्ष यही है। फिल्मी सितारों के असहज होने के बावजूद लोग वीडियो बनाना चाहते हैं।

पैपराजी फोटोग्राफरों की पहली पसंद?

आलिया भट्ट, अनन्या पांडे, रणबीर कपूर, वरुण धवन, रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण का व्यवहार सहज है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement