काम के भी रूप बदलते हैं...
छाछ भी कही दही थी और तमाम तरह के कितने भी मीम बन गए हों, यह सबको मानना पड़ेगा कि सास भी कभी बहू थी धारावाहिक ने टीवी धारावाहिकों की दुनिया बदल कर रख दी थी। तुलसी विरानी बनी स्मृति ईरानी की पहचान अब भी पूर्व मंत्री से ज्यादा तुलसी की ही है। अब वे फिर तुलसी के रूप में नजर आ रही हैं। इसका मतलब यह नहीं कि राजनीति उन्होंने छोड़ दी है। जब रिश्ते के रूप बदल सकते हैं, तो भला काम के क्यों नहीं।
प्रसिद्धि के कदम
हॉलीवुड में ऐसी बातों की भरमार है, जिसके लिए बॉलिवुडिए तरस जाते हैं। अब वहां होता है, एक वॉक ऑफ फेम। अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक जगह है, जहां कई नामी गिरामी कलाकारों की उपलब्धियों को संजोया हुआ है। यह एक रास्ते की तरह है, जिस पर जगह-जगह पर उपलब्धियां हैं, तो इसे वॉक ऑफ फेम कहा जाता है। वहां ताजा-ताजा दीपिका पादुकोण की एंट्री हुई है। हर आर्टिस्ट चाहता है कि उसकी उपलब्धियां वहीं पर लगे, लेकिन यह सब कुछ इतना आसान नहीं।
बोरिंग
क्रिकेट मैच देखना अलग बात है और टेनिस मैच देखना अलग। क्रिकेट में चौका-छक्का लगने पर लोग चिल्लाते हैं तो खुद ब खुद समझ आ जाता है कि चीयर करना। टेनिस जैसे शालीन खेल में यह तो होता नहीं, तो पति विराट कोहली के साथ विंबलडन का एक मैच देखने पहुंची अनुष्का शर्मा को क्या मतलब कि क्या चल रहा है। मैच में मजा न आए, तो टाइमपास के लिए फोन है ही।
नई पिच
चेन्नै सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए सुरेश रैना को तमिल लोग इतने पसंद आ गए कि अब वे एक तमिल फिल्म में काम करने जा रहे हैं। फिल्म क्रिकेट पर ही आधारित है लेकिन कुछ लोग चिंता में आ गए हैं कि उनके एम्सटर्डम वाले रेस्टोरेंट का क्या होगा। इसके बारे में सोचने की जरूरत नहीं क्योंकि रैना का कहना है कि उनका मन है कि वे अपनी प्रोडक्शन टीम को अच्छा सा डोसा बना कर खिलाएं, कभी गर्म सांभर चावल। मतलब प्रैक्टिस नहीं छोड़ना है।
मम्मी ने बोला
44 साल की रिद्धिमा साहनी को पहचानना हो, तो बताना पड़ेगा कि वो रणबीर कपूर की बहन, आलिया की ननद, करिश्मा-करीना की चचेरी बहन हैं। इतना लंबा-चौड़ा परिचय देने के बजाय उनकी मम्मी नीतू सिंह ने उनसे कहा, इससे अच्छा है कि वे खुद ही फिल्मों में आ जाएं। जो काम पापा ऋषि कपूर के होते न हो सका वो मम्मी के सपोर्ट से हो गया। जल्द ही मिसेज साहनी ओटीटी की एक फिल्म में दिखेंंगी। नई कपूर कन्या का स्वागत है।