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नारों की नई फेहरिस्त

नारों से बदलती चुनावी बहस
कांग्रेस के नारे

चुनावों में एक बार फिर नारों की गूंज है। सभी दल नारों से ही मुद्दों की दशा और दिशा तय करने की तैयारी में हैं। नारे आम लोगों तक आसानी से अपनी बात पहुंचाने का सशक्त माध्यम हैं। यही कारण है कि राजनीतिक दल का प्रचार हो या फिर व्यक्ति विशेष की तसवीर चमकाने की कोशिश, नारों के जरिए एक छवि गढ़ने की पूरी तैयारी कर लेते हैं।

अब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ही लें, तो इसने पिछली बार यानी 2014 में अबकी बार मोदी सरकार का नारा दिया था, तो इस बार फिर एक बार मोदी सरकार का नारा बुलंद किया। इसके अलावा अबकी बार, 400 पार और मोदी है तो मुमकिन है के जरिए जनता तक अपनी आवाज पहुंचाने की कवायद की है। 2014 में नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में तो हर हर मोदी, घर घर मोदी का नारा ऐसे चला कि देश भर में यह नारा सुनाई देने लगा था।

वहीं, कांग्रेस के चौकीदार चोर है की काट के तौर पर भी भाजपा ने मैं भी चौकीदार पेश किया। कांग्रेस 2019 के लिए मैं भी बेरोजगार और चौकीदार चोर है के जरिए अपना चुनावी अभियान तेज किए हुए है।

हालांकि, भाजपा इस बार स्लोगन को लेकर कुछ दुविधा की स्थिति में नजर आ रही है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जनवरी 2019 की बैठक में अजेय भारत, अटल भाजपा का स्लोगन लॉन्च किया गया था। भाजपा 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह अब की बार मोदी सरकार और सबका साथ सबका विकास जैसे असरदार नारे अभी तक नहीं ढूंढ़ पाई है। यही वजह है कि वह अभी तक पांच-छह नारे मतदाताओं को लुभाने के लिए लॉन्च कर चुकी है।

विपक्ष खासतौर पर कांग्रेस मोदी हटाओ, देश बचाओ और अब होगा न्याय का नारा दे चुकी है। इन चुनावी नारों के बीच बिहार में महागठबंधन की अगुआई कर रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने बंगाली थीम कोरबो, लोड़बो, जीतबो रे की तर्ज पर करे के बा..लड़े के बा...जीते के बा का नारा दिया है।

दक्षिण भारत के क्षेत्रीय दलों में आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी ने रवाली जगन, कवाली जगन का नारा दिया है, जिसका अर्थ है ‘आ रहा है जगन, हमें चाहिए जगन’। वहीं, चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और वाई.एस. जगन मोहन की तिकड़ी पर अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है, बल्कि इनके खिलाफ सिला मोसे गायले नाम से म्यूजिकल कैंपेन भी शुरू किया है। इसके जवाब में जगन ने बाय बाय बाबू का नारा दिया है।

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