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भारत का पहला पेशेवर खो-खो लीग अक्टूबर से होगा शुरू, आठ टीमें लेंगी हिस्सा

खो-खो को एशियाड में शामिल किए जाने के बाद अब पहली बार देश में इसकी लीग भी आयोजित की जाएगी। खो-खो फेडरेशन...
भारत का पहला पेशेवर खो-खो लीग अक्टूबर से होगा शुरू, आठ टीमें लेंगी हिस्सा

खो-खो को एशियाड में शामिल किए जाने के बाद अब पहली बार देश में इसकी लीग भी आयोजित की जाएगी। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) ने मंगलवार को अल्टीमेट खो-खो नाम के खेल के लिए एक महत्वाकांक्षी फ्रैंचाइजी-आधारित लीग की शुरुआत की। 2008 में आईपीएल की शुरुआत के बाद अलग-अलग खेलों की लीग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पांच साल पहले जहां देश में केवल दो लीग होती थी। अब इनकी संख्या बढ़कर 17 हो गई है। 

अक्टूबर-नवंबर में मुकाबले खेले जाएंगे

खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी एमएस त्यागी ने बताया कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाली लीग में 8 टीमें शामिल होंगी। इसमें देशी और विदेशी खिलाड़ी उतरेंगे। इसमें शामिल होने वाले लोकल खिलाड़ियों को तीन ग्रेड- ए, बी और सी में बांटा जाएगा। नए खिलाड़ियों की श्रेणी अलग से होगी। पिछले तीन साल के सीनियर और जूनियर नेशनल के प्रदर्शन को देखा जाएगा। त्यागी के मुताबिक, आने वाले समय में लीग के मुकाबले स्टेट और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर भी कराए जाने की योजना है। लीग के मुकाबले दिल्ली, महाराष्ट्र में होंगे। इसके अलावा फ्रेंचाइजी टीमों के आधार पर भी अन्य वेन्यू तय होंगे। अक्टूबर-नवंबर में मुकाबले खेले जाएंगे। 

भारत के अलावा अन्य 8 से 10 देशों के खिलाड़ी लेंगे भाग

खो-खो की टीम में 12 खिलाड़ी होते हैं। 9 को खेलने का मौका मिलता हैं। लीग के लिए खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया ने डाबर से करार किया गया है। लीग में उतर रही टीमों के नाम की घोषणा नहीं की गई है। लीग में भारत के अलावा अन्य 8 से 10 देशों के खिलाड़ी उतर सकते हैं। हर टीम में 10 फीसदी विदेशी खिलाड़ियों को शामिल किया जाना अनिवार्य होगा। खिलाड़ियों का एक प्रारंभिक प्रारूप होगा जहां इंग्लैंड, दक्षिण कोरिया, ईरान, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका सहित दुनिया भर के एथलीट आठ फ्रेंचाइजी का हिस्सा होंगे। टीमों के पास युवा खिलाड़ियों के पूल को विकसित करने के उद्देश्य से U-18 खिलाड़ियों को अपने दस्तों में शामिल करने का अवसर होगा।

केकेएफआई और डाबर ने मिलकर तेनजिंग नियोगी (अर्न्स्ट एंड यंग में पूर्व खेल सलाहकार नेता) को लीग का सीईओ नियुक्त किया है। भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव और केकेएफआई के पूर्व अध्यक्ष राजीव मेहता लीग के अध्यक्ष हैं।

खेल मंत्री और केकेएफआई के अध्यक्ष ने बताया एक महत्वाकांक्षी पहल

खेल मंत्री राजववर्धन राठौर ने वीडियो चैट के माध्यम से कहा कि निश्चित रूप से, यह लीग इस भारतीय खेल की लोकप्रियता को बढ़ाने और खिलाड़ियों और प्रशंसकों के लिए नए अवसर खोलने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय करेगी। केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा कि यह एक महत्वाकांक्षी पहल है और मेरा मानना है कि यह लीग देश में खो-खो परिदृश्य को बदल देगी। यह एक गेम चेंजर बनने जा रही है।

खो-खो दुनिया के लगभग 20 देशों में खेला जाता है, ज्यादातर एशिया में। खो-खो मैच में नौ-नौ मिनट की चार पारियां शामिल हैं और यह अत्याधुनिक इनडोर स्टेडियमों में विशेष रूप से विकसित मैट पर खेला जाएगा।

 

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