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फ्रेंच ओपन: नडाल ने 12वीं बार जीता खिताब, सबसे ज्यादा बार एक ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने

स्पेन के स्टार राफेल नडाल ने रविवार को पेरिस में पुरूष फाइनल में आस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम पर 6-3, 5-7, 6-1, 6-1...
फ्रेंच ओपन: नडाल ने 12वीं बार जीता खिताब, सबसे ज्यादा बार एक ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने

स्पेन के स्टार राफेल नडाल ने रविवार को पेरिस में पुरूष फाइनल में आस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम पर 6-3, 5-7, 6-1, 6-1 की जीत से ऐतिहासिक 12वां रोलेंड गैरोस खिताब और 18वीं ग्रैंडस्लैम ट्राफी अपने नाम की। 33 वर्षीय नडाल इस तरह एक ही ग्रैंडस्लैम को 12 बार जीतने वाले पहले खिलाड़ी (पुरूष या महिला वर्ग) बन गए हैं।  इससे पहले, यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की मार्गरेट कोर्ट के नाम था। मार्गरेट कोर्ट ने 11 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के वुमन्स सिंगल्स का खिताब जीता था।  उन्होंने 2018 फाइनल के दोहराव वाले मुकाबले में थिएम को पराजित किया।

नडाल से महज दो ट्राफी पीछे

नडाल इस तरह रोजर फेडरर के सर्वकालिक 20 ग्रैंडस्लैम के रिकार्ड से महज दो ट्राफी पीछे हैं और नोवाक जोकोविच से तीन खिताब आगे हैं, जिनकी चुनौती सेमीफाइनल में थिएम ने ही समाप्त की थी। दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी नडाल ने पेरिस में अपना रिकार्ड 93 जीत का कर लिया है और उन्हें महज दो मैच में हार मिली है। वह इससे पहले 2005, 2008, 2010 से लेकर 2014, 2017 और 2018 में चैम्पियन बने थे। रविवार को मिली इस जीत से ‘बिग थ्री’ के ग्रैंडस्लैम में दबदबे की भी पुष्टि हो गई जिन्होंने पिछले 10 खिताब आपस में जीते हैं। यह नडाल का 82वां करिअर खिताब भी है और यह उनकी 950वें मैच में जीत भी है।

क्ले कोर्ट पर नडाल की बादशाहत बरकरार

पहला सेट 53 मिनट तक चला जिसमें काफी तेज तरार्र शाट शामिल थे और थिएम ने पहले सर्विस तोड़कर 3-2 की बढ़त हासिल की। लेकिन 25 साल के इस खिलाड़ी की खुशी थोड़ी देर तक ही टिक सकी क्योंकि नडाल ने छठे गेम में सर्विस ब्रेक की और अगले तीन गेम हासिल कर इसे जीत लिया। क्ले कोर्ट पर नडाल को चार बार हराने वाले थिएम ने दूसरे सेट में लंबी रैली में शानदार बैकहैंड से 5-4 की बढ़त बनायी हुई थी जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने अपनी सर्विस गेम पर पकड़ बनाये रखी थी। लेकिन नडाल की जरा सी गलती थिएम के लिये फायदेमंद रही। नडाल का फोरहैंड शाट वाइड रह गया जिससे थिएम को 12वें गेम में दो सेट प्वाइंट मिले और इस चौथे वरीय खिलाड़ी ने इस तरह 1-1 की बराबरी हासिल कर ली।

थिएम पर थकान का असर साफ दिखा

थिएम 1995 में पेरिस में खिताब जीतने वाले थामस मास्टर के बाद आस्ट्रिया का दूसरा ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बनने की कोशिश में जुटे थे। लेकिन इसके बाद उनकी उम्मीदों को नडाल ने करारा झटका दिया। दूसरे सेट को गंवाने से नडाल काफी आक्रामक हो गए। उन्होंने तीसरे सेट में पहले 10 प्वाइंट बनाकर 3-0 की बढ़त बनाई और फिर तीन ब्रेक प्वाइंट हासिल कर इसे 6-1 से अपने नाम कर लिया। थिएम लगातार चार दिन तक खेलकर रविवार के इस फाइनल तक पहुंचे थे और इस थकान का असर धीरे धीरे दिख भी रहा था क्योंकि उन्होंने चौथे सेट के पहले और तीसरे गेम में ब्रेक प्वाइंट का मौका बर्बाद कर दिया जिसे हासिल कर नडाल 3-0 से आगे हो गए। इसके बाद जल्द ही नडाल ने इसे 5-1 कर लिया और दबदबा कायम रखते हुए दूसरे मैच प्वाइंट पर खिताब हासिल किया।

(एजेंसी इनपुट)

 

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