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द्रोणाचार्य पुरस्कार से हटा गोल्ड दिलाने वाले कोच सत्यनारायण का नाम

अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न पुरस्कार की सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और भारोत्तोलक संजीता चानू को अर्जुन पुरस्कार नहीं मिल सकेगा।
द्रोणाचार्य पुरस्कार से हटा गोल्ड दिलाने वाले कोच सत्यनारायण का नाम

खेल मंत्रालय ने पैरालंपिक खेलों के कोच सत्यनारायण राजू का नाम इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार की सूची से हटा दिया है। राजू के खिलाफ आपराधिक मामला लंबित होने की वजह से ये फैसला लिया गया। वहीं अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न पुरस्कार की सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और भारोत्तोलक संजीता चानू को अर्जुन पुरस्कार नहीं मिल सकेगा।

खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया , "हमने सत्यनारायण का नाम सूची से हटा दिया है क्योंकि उसके खिलाफ एक मामला लंबित है।" सत्यनारायण रियो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले मरियाप्पन थंगावेलू के कोच रह चुके हैं । समझा जाता है कि द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये उनका नाम दिये जाने की लोगों ने आलोचना की थी। खेलमंत्री विजय गोयल से मंजूरी मिलने के बाद पुरस्कार विजेताओं को ईमेल भेज दिये गए हैं।"

चयन समिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिये दो पैरा एथलीट समेत 17 खिलाड़ियों के नाम की अनुशंसा की थी जबकि खेल रत्न हाकी खिलाड़ी सरदार सिंह और पैरा एथलीट देवेंद्र झझारिया को दिया जायेगा।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खेलरत्न के लिये पैरा एथलीट दीपा मलिक का नाम शामिल करने का अनुरोध किया था लेकिन मंत्रालय ने सूची में कोईबदलाव नहीं किया। इस पर भी बहस हुई कि रोहन बोपन्ना को सूची में शामिल किया जा सकता है या नहीं जिनका नाम एआईटीए ने देर से भेजा था। बोपन्ना की उपलब्धियां साकेत माइनेनी से अधिक है जिसके नाम की अनुशंसा अर्जुन पुरस्कार के लिये की गई।

रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलू के कोच रहे सत्यनारायण को इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चुने गए कोचों की सूची से बाहर कर दिया गया क्योंकि दिल्ली के साकेत में चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में उनके खिलाफ आपराधिक मामला लंबित है।

बता दें कि सत्यनारायण के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए किए दाने पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी। सत्यनारायण ने बेंगलुरु से फोन पर बताया, "मुझे द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल करके के मौके से वंचित करना गलत है। कुछ लोग मेरी उपलब्धियों से जलते हैं और द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए मेरे नामांकन के खिलाफ उन्होंने गलत आरोप लगाए।"

गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे। 

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