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पहलवानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने पर बोलीं साक्षी मालिक, "क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई?"

देश को ओलंपिक पदक दिलाने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने अपने और अपने साथी पहलवानों बजरंग पुनिया, विनेश...
पहलवानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने पर बोलीं साक्षी मालिक,

देश को ओलंपिक पदक दिलाने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने अपने और अपने साथी पहलवानों बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और संगीता फोगट के खिलाफ जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध के बावजूद प्राथमिकी दर्ज होने कर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हमें घसीट कर बसों तक ले जाया गया... हमने दंगा नहीं किया।

पहलवानों द्वारा कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृज भूषण सिंह के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। रविवार को भी कई दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य देखने को मिली। पहलवानों को हिरासत में लिए जाने और उनके खिलाफ एफआईआर पर पहलवान साक्षी मलिक कहती हैं, "कल स्थिति खराब थी। हम शांति से मार्च करना चाहते थे लेकिन उन्होंने हमें ऐसा नहीं करने दिया।

साक्षी मालिक ने कहा, "जंतर मंतर के ठीक सामने बैरिकेडिंग थी। उन्होंने हमें पीछे धकेलना शुरू कर दिया और हमें हिरासत में ले लिया... वे हमें घसीटते हुए बसों तक ले गए। हमने दंगा नहीं किया, हमने किसी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया...'। उनका कहना है कि पहलवानों पर प्राथमिकी दर्ज हो रही है और यौन शौषण के गंभीर आरोप के बाद भी कुश्ती महासंघ के प्रमुख (डब्ल्यूएफआई) बृजभूषण सिंह खुलेआम घूम रहे हैं।

इसके अलावा इंटरनेट पर पहलवान विनेश फोगट और संगीता फोगट की वाहन में मुस्कुराती एक वायरल फोटो के बारे में एएनआई से बात करते हुए साक्षी मालिक ने कहा, "...जो ऐसा कर रहे हैं उन्हें ज़रा भी शर्म नहीं है। भगवान ऐसे लोगों को कैसे बनाता है? एडिटिंग से परेशान लड़कियों के चेहरों पर मुस्कान... मुझे नहीं लगता कि उनके पास भी दिल होता है। वे हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।"

बता दें कि रविवार को साक्षी मलिक और उनके साथी पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और संगीता फोगट को दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन की ओर मार्च करने का प्रयास करते हुए हिरासत में ले लिया, जहां विरोध करने वाले पहलवानों ने प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने पहले कहा था कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के संचालन को सुनिश्चित करने के लिए "असामाजिक तत्वों" को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने रविवार को जंतर-मंतर पर हुई हाथापाई के संबंध में विरोध आयोजकों और अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने कहा, "पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट और अन्य विरोधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कुछ पहलवान विरोध करने के लिए रात में जंतर-मंतर आए थे, उन्हें अनुमति नहीं दी गई और वापस भेज दिया गया। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147, 149, 186, 188, 332, 353, पीडीपीपी अधिनियम की धारा 3 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।"

आपको याद दिला दें कि पहलवानों ने घोषणा की थी कि वे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण के खिलाफ अपने विरोध के तहत नई संसद के सामने एक महिला महापंचायत आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। विदित हो कि सात महिला पहलवानों ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। साक्षी मालिक ने ट्वीट भी किया और कहा, "दिल्ली पुलिस को पहलवानों का यौन शोषण करने वाले बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में सात दिन लगते हैं और शांतिपूर्वक विरोध करने के लिए हमारे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में सात घंटे भी नहीं लगे। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है?"

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