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आज ही के दिन विमान हादसे में खत्म हो गई थी आइस हॉकी की पूरी टीम

विमान में कुल 45 लोग सवार थे जिसमें 37 आइस हॉकी टीम के सदस्य और 8 क्रू मेंबर्स शामिल थे। विमान ने बेलारूस की राजधानी मिंस्क के लिए उड़ान भरी थी।
आज ही के दिन विमान हादसे में खत्म हो गई थी आइस हॉकी की पूरी टीम

नए सत्र का पहला मैच खेलने के लिए बेलारूस की राजधानी मिंस्क जा रही लोकोमोटिव यारोस्लाव टीम के विमान ने उड़ान भरी और ये उन्हें उनकी मंजिल से बहुत दूर ले गई। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान कभी न खत्म होने वाले सफ़र पर निकल गया।

साल 2011 में आज (7 सिंतबर) ही के दिन एक विमान क्रैश में रुस के आइस हॉकी क्लब के खिलाड़ियों की एक पूरी टीम की मौत हो गई थी। मास्को से करीब 300 किलोमीटर उत्तर में स्थित यारोसलावल शहर के पास तुनोशना एयरपोर्ट से शाम 4 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद रूसी विमान याकोवलेव याक-42 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में लोकोमोटिव यारोस्लाव आइस हॉकी की पूरी टीम समेत 44 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 11 देशों के खिलाड़ी और कोच शामिल थे। हादसे में टीम के कनाडाई कोच, स्वीडन के गोलकीपर और बेलारूस, चेक गणराज्य, जर्मनी, लातविया, स्लोवाकिया और यूक्रेन खिलाड़ी भी मारे गए। मृतकों में बीते साल वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाले दो खिलाड़ियों समेत कई विदेशी स्टार भी शामिल थे।

विमान में सवार सभी आइस हॉकी टीम के 37 खिलाड़ी नए सत्र का पहला मैच खेलने जा रहे थे। विमान ने बेलारूस की राजधानी मिंस्क के लिए उड़ान भरी थी। चश्मदीदों के मुताबिक टेक ऑफ करते वक्त विमान ऊपर जा ही नहीं सका और 500 मीटर आगे जाकर एक रेडियो टावर से टकराया। टक्कर से विमान में आग लग गई और बड़े धमाके के साथ वह टुकड़ों में बंट गया। विमान का मलबा काफी बड़े इलाके में बिखर गया। इसका एक हिस्सा तुनोशना नदी में गिरा।

हादसे से रूस और आइस हॉकी जगत में शोक का माहौल फैल गया। रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने इस दुर्घटना पर शोक जताया था। इस हादसे में चालक दल के आठ सदस्यों में से सिर्फ सिजोव बच पाये लेकिन वह भी बुरी तरह से झुलस गये। हादसे में एकमात्र बचे 53 वर्षीय फ्लाइट इंजीनियर एलेक्जेंडर सिजोव ने बताया कि, "मुझे जल्दी अहसास हो गया कि हमारा विमान किसी संकट में है। विमान टेकऑफ के तुरंत बाद नीचे की ओर गिरने लगा और सभी को यकीन हो गया कि हम क्रैश होने वाले हैं। मुझे किसी चमत्कार ने बचा लिया। मेरे परिवार और मेरी पत्नी के प्यार ने मुझे जिंदा रहने में मदद की।"

विमान हादसे में मरने वाले 44 लोगों में साल 1994 का स्टेनली कप जीतने वाली टीम के सदस्य और पूर्व एनएफ़एलएल सुपरस्टार पावेल डेमेट्रा और न्यूयॉर्क रेंजर के अलेक्जेंडर कर्पोवस्वेव भी शामिल थे। तीन बार आइस हॉकी लीग की चैंपियन रह चुकी रूसी टीम 

तीन बार की रूसी चैंपियन लोकोमेटिव यारोस्लाव टीम की 1959 में स्थापना की गई थी और साल 2002-2003 में उसने आखिरी राष्ट्रीय खिताब जीता था।

इस घटना ने 6 फ़रवरी 1958 को हुई उस विमान हादसे की याद दिला दी जिसने इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड कई होनहार खिलाड़ियों को लील लिया था। इस हादसे में 23 लोगों की जान चली गई थी।इसी तरह के एक अन्य हादसे में अगस्त 1979 के ताशकंद की फुटबॉल टीम के 17 खिलाड़ियों की हवाई हादसे में मौत हो गई थी।

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