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क्या है यो-यो टेस्ट, जिसकी वजह से युवराज का टीम इंडिया में लौटना मुश्किल हो गया है

युवराज सिंह के लिए भारतीय टीम में वापसी का रास्ता मुश्किल हो गया है। बेंगलूरू स्थित नेशनल क्रिकेट...
क्या है यो-यो टेस्ट, जिसकी वजह से युवराज का टीम इंडिया में लौटना मुश्किल हो गया है

युवराज सिंह के लिए भारतीय टीम में वापसी का रास्ता मुश्किल हो गया है। बेंगलूरू स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में हाल ही में हुए फिटनेस टेस्ट में युवराज फेल हो गए हैं।

इसी फिटनेस टेस्ट में यो-यो टेस्ट भी किया गया। यो-यो टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन पास हो गए हैं।

क्या है यो-यो टेस्ट?

असल में इंडिया टीम में सेलेक्शन के लिए खिलाड़यों को फिटनेस से संबधित कुछ टेस्ट देने होंगे। बीसीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी ने बताया था कि अगर खिलाड़ी चोटिल नहीं है और फॉर्म में है फिर भी उसे ये टेस्ट देना होगा। खिलाड़ियों की फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया गया है। उन्होंने बताया कि कप्तान, कोच और चीफ सेलेक्टर ने सेलेक्शन कमेटी से सलाह मशविरा करके इस टेस्ट के लिए पैरामीटर सेट किए हैं।

इन पैरामीटर्स में पहला है 'यो-यो टेस्ट।' यो-यो टेस्ट इंटरनेशनल लेवल के एथलीट का किया जाता है। ये एक कार्डियो ड्रिल है। इसमें खिलाड़ियों को सामान्य जॉगिंग से लेकर स्प्रिंट तक करना होगा।

इसके बाद कई 'कोन' की मदद से 20 मीटर की दूरी पर दो पंक्तियां बनाई जाती हैं। एक खिलाड़ी रेखा के पीछे अपना पांव रखकर शुरुआत करता है और निर्देश मिलते ही दौड़ना शुरू करता है। खिलाड़ी लगातार दो लाइनों के बीच दौड़ता है और जब बीप बजता है तो उसे मुड़ना होता है। 

हर एक मिनट या इसी तरह से तेजी बढ़ती जाती है। अगर समय पर रेखा तक नहीं पहुंचे तो दो और 'बीप' के अंतर्गत तेजी पकड़नी पड़ती है। अगर खिलाड़ी दो छोरों पर तेजी हासिल नहीं कर पाता है तो परीक्षण रोक दिया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया सॉफ्टवेयर पर आधारित है, जिसमें नतीजे रिकॉर्ड किए जाते हैं।

यो-यो टेस्ट की संरचना

बाद में आकलन किया जाता है कि खिलाड़ी ने कितनी स्पीड बरकरार रखी। जौहरी ने बताया कि खिलाड़ियों से कहा गया है कि शुरुआत में एक निश्चित फिटनेस स्कोर लाना जरूरी है। बाद में धीरे-धीरे इसके मापदंड और बढ़ाए जाएंगे।

लेकिन कोचिंग स्टाफ से जुड़े एक पूर्व सदस्य का मानना है कि यो-यो टेस्ट खिलाड़ियों को सेलेक्ट करने का एकमात्र मापदंड नहीं हो सकता है क्योंकि बहुत से मेंटल स्टेमिना की भी जरूरत होती है। ये स्किल पर आधारित खेल है।

पुणे मिरर के मुताबिक, श्रीलंका से होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए यो-यो टेस्ट किया गया है। मंगलवार को हुए फिटनेस टेस्ट में कई खिलाड़ियों का टेस्ट हुआ, जिसे युवराज पास करने में नाकाम रहे। इससे पहले भी युवराज और सुरेश रैना इस टेस्ट को पास नहीं कर पाए थे, जिसके कारण उनका टीम इंडिया में चयन नहीं हो पाया था। युवराज सिंह अब पंजाब की ओर से रणजी मैच खेल सकते हैं।

टीम से बाहर चल रहे अश्विन ने तो टेस्ट पास करने की खुशी का ऐलान ट्विटर पर भी किया। 


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