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सहवाग ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट, आईपीएल से संन्‍यास लिया

अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आखिरकार अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्‍यास का औपचारिक ऐलान कर दिया है। उन्‍होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। इस तरह उनके संन्‍यास को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लग गया है। आज अपना 37वां जन्‍मदिन मना रहे सहवाग ने कल दुबई में अपने इस फैसले के संकेत दिए थे।
सहवाग ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट, आईपीएल से संन्‍यास लिया

अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट व आईपीएल से संन्‍यास का ऐलान करते हुए सहवाग ने एक बयान जारी किया है। इसमें उन्‍होंने कहा, ईश्वर की हमेशा कृपा रही और मैने वही किया जो मैं करना चाहता था। मैदान पर भी और अपने जीवन में भी। कुछ समय पहले ही मैंने तय किया था कि अपने 37वें जन्मदिन पर क्रिकेट को अलविदा कहूंगा। मैं यह दिन परिवार के साथ बिता रहा हूं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर प्रारूप और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह रहा हूं।

टेस्‍ट मैचों में दो बार ट्रिपल सेंचुरी जड़ने वाले भारत के एकलौते बल्‍लेबाज वीरेंद्र सहवाग पिछले ढाई साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। कहा जा रहा है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना विदाई मैच खेलने के इच्‍छुक थे लेकिन उन्‍हें यह मौका नहीं मिल पाया, जिसके बाद उन्‍होंने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहना ही बेहतर समझा। 

अपनी धुआंधार बल्‍लेबाजी के लिए मशहूर सहवाग ने 104 टेस्‍ट मैचों में 8586 रन बनाए जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं। सहवाग ने 251 एकदिवसीय मैच खेलकर 8273 रन बनाए। इसमें 15 शतक और 38 अर्धशतक हैं। एकदिवसीय क्रिकेट में वह सचिन तेंदुलकर के बाद दोहरा शतक जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज बने थे। जनवरी 2013 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में अपना आखिरी वनडे मैच खेलने वाले सहवाग ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में 219 रन की पारी खेली थी जो तब वनडे में किसी भी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर था। वीरू ने 19 टी20 मैचों में भी 394 रन बनाए। उन्‍होंने टेस्‍ट मैचों में 40 और वनडे में 96 विकेट भी लिए हैं। 

नजफगढ़ के नवाब के नाम से मशहूर वीरू ने सन 1999 में मध्‍यक्रम के बल्‍लेबाज के तौर पर वनडे टीम जगह बनाई लेकिन अपनी विस्‍फोटक बल्‍लेबाजी के बूते उन्‍होंने टेस्‍ट टीम में ओपनिंग बल्‍लेबाजी को नए मायने दिए। वर्ष 2002 में पूर्व कोच जॉन राईट और कप्तान सौरव गांगुली ने लॉर्डस टेस्‍ट में सहवाग को ओपनिंग के लिए भेजकर एक बड़ा दांव लगाया और उन्‍होंने वनडे की तरह 84 रन की आतिशी पारी खेलकर उनके भरोसे को पुख्‍ता कर दिया। सहवाग के संन्यास की खबर पर पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने कहा कि उन्होंने कभी उनकी तरह का बल्लेबाज नहीं देखा। कुंबले ने ट्वीट किया, शीर्ष क्रम में कोई भी आपकी बल्लेबाजी की बराबरी नहीं कर सकता। शानदार करियर, मैच विजेता और बेहतरीन टीम सदस्य।

अब मास्टर्स चैंपियंस लीग में रंग जामाएंगे वीरू 

सहवाग ने अगले साल होने वाले मास्टर्स चैंपियन्स लीग 2020 में भाग लेने की पुष्टि की है। इस लीग मेंं केवल संन्यास लेने वाले क्रिकेटर ही भाग ले सकते हैं। इस वेटरन्स 2020 लीग के लांच के लिएदुबई गये सहवाग से पूछा गया कि वह संन्यास ले चुके खिलाडि़यों की लीग में कैसे खेल सकते हैं, उन्होंने कहा, यदि मैं संन्यास नहीं लेता हूं तो नहीं खेलूंगा। मैं भारत जाकर संन्यास की घोषणा करूंगा। सहवाग के साथ लांच के अवसर पर ब्रायन लारा, ग्रीम स्मिथ और अजहर महमूद भी उपस्थित थे।

एमसीएल अगले साल फरवरी में खेला जाएगा जिसका मतलब है कि सहवाग हरियाणा की तरफ से रणजी टाफी में खेलकर वेटरन्स लीग से जुड़ेंगे। सहवाग पिछले दो साल से भी अधिक समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच मार्च 2013 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद में खेला था। 

 

 

 

 

 

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