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टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले दादा के ये रिकार्ड बनाते हैं उन्हें ग्रेट कप्तान

महेंद्र सिंह धोनी के बाद टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान रहे सौरव गांगुली 8 जुलाई को 44 साल के हो गए।
टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले दादा के ये रिकार्ड बनाते हैं उन्हें ग्रेट कप्तान

दादा के नाम से मशहूर गांगुली का जन्म 8 जुलाई 1972 को कोलकाता में हुआ था। मैदान पर लंबे छक्को के लिए मशहूर सौरव को टीम इंडिया में आक्रामकता लाने का श्रेय दिया जाता है। विदेशी धरती पर इंडिया के जीतने का सिलसिला गांगुली की कप्तानी में ही शुरु हुआ।

गांगुली के जन्मदिन के खास मौके पर जानिए उनसे जुड़े कुछ दिलचस्प आंकड़े

# गांगुली वनडे क्रिकेट में दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामलें में 8वें नंबर है. उन्होंने 311 वनडे मैचों में 41.02 की औसत से 11363 रन बनाए, जिनमें 22 शतक और 72 अर्धशतक शामिल हैं।

# वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 9000 रन पूरा करने का भारतीय रिकॉर्ड गांगुली के नाम पर ही दर्ज है। उन्होंने 236 मैचों की 228 पारियों में 9 हजार रन पूरे किए थे। साल 1999 के वर्ल्ड कप में उन्होंने 183 रन की धमाकेदार पारी खेली थी और अपनी पारी में 7 जोरदार छक्के जड़े थे। ये उनके वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी है।

# दादा के नाम के नाम वनडे में लगातार सबसे ज्यादा ‘मैन ऑफ द मैच’ जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जो 19 साल बाद भी कायम है। उन्होंने 1997 में सहारा कप के दौरान लगातार 4 मैचों में मैन ऑफ द मैच खिताब पर कब्जा जमा कर ये रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

# वनडे में उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर सबसे कामयाब ओपनिंग जोड़ी बनाई और सचिन के साथ मिलकर उन्होंने 176 मैचों में 8227 रन जोड़े और 26 शतकीय साझेदारी की जोकि आज भी एक विश्व रिकॉर्ड है।

# साल 1991-92 में ऑस्ट्रेलिया टूर पर गई टीम इंडिया में सौरव गांगुली को डेब्यू करने का मौका मिला। वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले वनडे में गांगुली ने सिर्फ़ 3 रन बनाए और इस खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें दौरे पर दूसरा मौक़ा नहीं मिला और फ़िर टीम से बाहर कर दिया गया।

# चार साल टीम से बाहर रहने के बाद गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के दौरे पर अपनी वापसी की और अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक जड़ा। उन्होंने अपनी दूसरी मैच में भी शतक बनाया और अपनी डेब्यू सीरीज़ में मैन ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार जीता।

# गांगुली ने अपने करियर में 113 टेस्ट मैचों में 42.14 की औसत से 7213 रन बनाए, जिनमें 16 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं।

# उन्होंने 5 साल तक टीम इंडिया की कप्तानी की। साल 2000 से 2005 के बीच सौरव की कप्‍तानी में भारत ने 49 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 21 में उसे जीत और 13 में हार का सामना करना पड़ा, जबकि 15 मैच ड्रॉ हुए।

# वनडे में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच रहने के मामले में सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय क्रिकेटर हैं। सचिन तेंदुलकर 62 बार मैन ऑफ द मैच बन चुके हैं जबकि गांगुली को 31 बार मैन ऑफ द मैच चुना गया है।

# गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 20 साल बाद 2003 के वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि उसे फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी।

#गांगुली की कप्तानी में भारत 2002 में चैंपियंस ट्रॉफी का संयुक्त विजेता बना। इसके अलावा भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट सीरीज जीती जिसके बाद उन्होंने लार्डस की बालकनी में कमीज उतारकर लहराई थी।

#साल 2008 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई सीरीज 'बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी' उनकी आखिरी टेस्ट सीरीज थी। अभी वह बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह सचिन और लक्ष्मण के साथ बीसीसीआई की क्रिकेट अडवायजरी कमिटी (सीएसी) के सदस्य भी हैं।

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