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रिटायर होने के बाद ही बताएंगे सीएसके का सक्सेस मंत्र: धोनी

महेंद्र सिंह धोनी कठिन परिस्थितियों में भी 'कैप्टन कूल' कैसे बने रहते हैं, यह सब जानना चाहते हैं। लेकिन...
रिटायर होने के बाद ही बताएंगे सीएसके का सक्सेस मंत्र: धोनी

महेंद्र सिंह धोनी कठिन परिस्थितियों में भी 'कैप्टन कूल' कैसे बने रहते हैं, यह सब जानना चाहते हैं। लेकिन अपना सक्सेस मंत्र धोनी फिलहाल किसी को बताने के मूड में नहीं हैं। एक इंटरव्यू में मजाकिया अंदाज में धोनी ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल में इतनी सफल कैसे हुई इसका सक्सेस मंत्र वह रिटायर होने के बाद ही बताएंगे। बता दें कि सीएसके अब तक आईपीएल के तीन(2010, 2011 और 2018) सीजन जीत चुकी है जबकि दो सीजन में उस पर बैन भी रहा था। टीम के पास 9 बार प्लेऑफ और 7 बार फाइनल में पहुंचने का भी रिकॉर्ड है। 

लोगों और टीम का समर्थन भी होता है महत्वपूर्ण

इसके बारे में बात करते हुए धोनी ने कहा कि अगर मैंने सबको यह बता दिया तो टीम वाले फिर मुझे खरीदेंगे नहीं। आगे फैंस और फ्रैंचाइजी मालिक के सपॉर्ट को वजह बताते हुए धोनी ने कहा कि इससे ज्यादा मैं रिटायर होने से पहले नहीं बता सकता। लोगों और टीम का समर्थन निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है। सहायक कर्मचारियों को भी उसका श्रेय जाना चाहिए जो टीम के माहौल और अन्य व्यक्तियों के लिए अच्छा रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।

आईपीएल में सबसे सफल कप्तानों में से एक

11 मैचों में 16 अंकों के साथ शीर्ष पर बैठे सीएसके, अगले शुक्रवार को मुंबई इंडियंस के साथ भिड़ेगी। चेन्नई सुपर किंग्स ने 2019 के आईपीएल में अपने 11 मैचों में से केवल तीन मैच गंवाए हैं। धोनी ने 155 मैचों में सीएसके का नेतृत्व किया और 57 में हारते हुए 97 जीते हैं, जो साफ जाहिर करता है कि वे एक सफल कप्तान भी हैं। इस सीज़न में चेन्नै के लिए 10 मैचों में धोनी उनके शीर्ष स्कोरर भी रहे हैं, जिन्होंने 104.66 के औसत और 137.11 के स्ट्राइक रेट से 314 रन बनाए हैं।

विश्व कप नजदीक है, रखना होगा कमर का ख्याल 

लंबे समय से कमर की तकलीफ से जूझ रहे महेंद्र सिंह धोनी ने एक दूसरे इंटरव्यू में कहा है कि विश्व कप को ध्यान में रखकर उन्हें एहतियात बरतनी होगी। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ने कहा कि कमर में जकड़न है लेकिन अब बेहतर महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद पर छह विकेट से मिली जीत के बाद कहा कि कमर की हालत पहले से बेहतर है लेकिन विश्व कप को देखते हुए कोई जोखिम नहीं ले सकता। वह बहुत महत्वपूर्ण है।

धोनी ने आगे कहा कि शीर्ष स्तर पर हर खिलाड़ी किसी न किसी फिटनेस समस्या से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्तर पर ऐसी समस्याएं आती रहती हैं। आप पूरी तरह फिट होने का इंतजार करेंगे तो दो मैचों के बीच पांच साल का अंतर आ जाएगा।

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