आईपीएल का 12वां सीजन खराब अंपायरिंग और खिलाड़ियों से विवाद के लिए याद किया जाएगा। इस सीजन में ऐसे कई मौके आए जब खिलाड़ी अंपायर्स की तकरार देखने को मिली। अभी हाल ही में हुए एक ताजा मामले में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक मैच के दौरान बैंगलूरू के कप्तान विराट कोहली और इंग्लिश अंपायर नाइजल लॉन्ग के बीच बहस हो गई थी।
गुस्से से थे तमतमाए हुए
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस बहस के बाद अंपायर लॉन्ग इतने नाराज और गुस्से से तमतमाए हुए थे कि वह हैदराबाद की पारी के बाद अंपायर रूम में पहुंचे तो, उन्होंने अपना गुस्सा निकालने के लिए अंपायर रूम के दरवाजे पर ही लात मार दी। गुस्से में आए लॉन्ग की लात इतनी तेज थी कि अंपायर रूम का दरवाजा ही टुट (क्षतिग्रस्त) गया। हालांकि दरवाजे को नुकसान पहुंचाने के बाद क्रिकेट अंपायर नाइजल लॉन्ग ने मरम्मत के लिए भुगतान भी किया।
दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी: सुधाकर राव
मंगलवार को कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के सचिव आर सुधाकर राव ने बताया कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। उन्होंने मैच में एक गलत नो-बॉल का फैसला दिया जिसके बाद विराट ने जाकर उनसे बात की और फिर उमेश ने भी उनसे बात की जिसके चलते शायद वह परेशान और निराश हो गए। उन्होंने पहली पारी के बाद वापस आकर अंपायरों के कमरे के दरवाजे में लात मारी। जिसके बाद दरवाजे में दरार और एक गड्ढा हो गया था, सौभाग्य से कांच नहीं टूटा।
5000 का भुगतान किया
उन्होंने कहा कि खेल के बाद मुझे पता चला और मैं मैच रेफरी से मिला। मैंने उनसे बात की और हमारी चर्चा हुई और मैंने प्रशासकों की समिति (सीओए) को इस मामले की सूचना दी। उन्होंने हर्जाने के लिए 5000 रुपये का भुगतान भी किया। उन्होंने कहा कि वह इसके बारे में सभ्य थे, लेकिन उन्होंने नुकसान पहुंचाया, इसलिए हमें इसके लिए उनसे शुल्क लेना पड़ा। उन्होंने इसके बारे में कोई शिकायत भी नहीं की।
यह था पूरा मामला
4 मई यानी शनिवार को खेला गया यह मुकाबला बैंगलूरू और हैदराबाद के बीच हुआ था। हैदराबाद के लिए यह 'करो या मरो' का मुकाबला था, क्योंकि इस जीत के साथ ही वह प्लेऑफ में पहुंचने वाली चौथी टीम हो जाती। दूसरी ओर इस सीजन में बेहद निराश करने वाली विराट ब्रिगेड इस आखिरी मैच को जीतकर अगले सीजन की बेहतर तैयारी के साथ विदा लेना चाहती थी।
इसी मैच में अंपायर नाइजल लॉन्ग ने बैंगलोर के तेज गेंदबाज उमेश यादव की एक गेंद को नो बॉल करार दे दिया। 50 वर्षीय नाइजल लॉन्ग आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल हैं, लेकिन इस बार अनुभवी अंपायर लॉन्ग से गलती जरूर हो गई, जब टीवी रिप्ले में फुटेज सामने आया तो मामला साफ हो गया कि उमेश यादव का पिछला पैर लाइन के पीछे ही पड़ा था। नियमानुसार यह नो बॉल नहीं थी। मैदान में लगी स्क्रीन पर रिप्ले देखने के बाद उमेश यादव और विराट कोहली ने अंपायर के इस निर्णय का विरोध किया। हालांकि अंपायर ने यहां निर्णय वापस नहीं लिया। बीच मैदान ही विराट नीजल लॉन्ग से इस बारे में बहस करते भी देखे गए। जिसके बाद लॉन्ग ने गुस्से में दरवाजे पर लात मारी और वह टूट गया।