अफगानिस्तान के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड कप मुकाबले में 17 छक्के लगा कर विश्व रेकॉर्ड कायम करने वाले इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इस तरह की ताबड़तोड़ पारी खेलेंगे। मॉर्गन ने मंगलवार को अपने करिअर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 71 गेंद में रिकॉर्ड 17 छक्कों और चार चौकों की बदौलत 148 रन बनाए। मोर्गन एकदिवसीय क्रिकेट में पहले बल्लेबाज हैं जिन्होंने छक्कों से ही 100 से अधिक रन जुटाए।
तोड़ा रोहित का रिकॉर्ड
इससे पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में सर्वाधिक छक्कों का रिकॉर्ड भारत के रोहित शर्मा, वेस्ट इंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल और साउथ अफ्रीका के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज एबी डी विलियर्स के नाम था जिन्होंने 16-16 छक्के लगाए थे। उनकी पारी से इंग्लैंड ने 6 विकेट पर 397 रन का विशाल लक्ष्य कायम किया जो विश्व कप में टीम का सर्वोच्च स्कोर है। टीम ने इसके बाद अफगानिस्तान को 8 विकेट पर 247 रन पर रोक कर 150 रन से मैच अपने नाम किया।
पांच मैचों में ही 22 छक्के जड़ चुके हैं
किसी एक विश्व कप संस्करण में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने का रिकॉर्ड वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के नाम दर्ज है जिन्होंने 2015 विश्व कप में 26 छक्के जड़े थे। जबकि इयोन मोर्गन अभी कुल पांच मैचों में ही 22 छक्के जड़ चुके हैं और इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। अब वो गेल के विश्व रिकॉर्ड से सिर्फ चार छक्के दूर हैं।
राशिद खान के नाम भी दर्ज हुआ एक अनचाहा रिकॉर्ड
अफगानिस्तान के राशिद खान के नाम एक वनडे में सबसे ज्यादा छक्के खाने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। राशिद खान ने अपने 9 ओवरों में रिकॉर्ड 110 रन लुटाए, जिस दौरान उनकी गेंदों पर 11 छक्के पड़े।
अपने करिअर का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेला
मंगलवार को जीत के बाद मॉर्गन ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह से एक पारी खेल सकता हूं, लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने ऐसा किया। यह अजीब है। छक्के का रिकॉर्ड बनाना भी अजीब सा है। मैंने ऐसा करनामा करने के बारे में सोचा नहीं था लेकिन ऐसा करना अच्छा है। पिछले चार वर्षो में शायद मैंने अपने करिअर का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेला है लेकिन कभी 50 या 60 गेंद में शतक नहीं लगाया है।
खेलने पर बना हुआ था संशय
पिछले मैच में पीठ की चोट से परेशान रहने वाले इस आयरिश मूल के खिलाड़ी का अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में खेलना भी तय नहीं था। मॉर्गन ने कहा कि सच में नहीं लगता था कि यह मेरा दिन होने जा रहा था। मेरी पीठ ठीक नही थी, ऐसा लग रहा है जैसे मैं बूढ़ा हो रहा हूं। ड्रेसिंग रूम में बहुत से लोग हैं और जो इस तरह की पारी खेल सकते हैं। मुझे नहीं लगता था कि मैं ईमानदारी से इस तरह की पारी का खेल सकता हूं।
अफगानिस्तान की टीम तारीफ भी की
भले ही मॉर्गन ने अपने शतकीय प्रहार और गगनचुंबी छक्कों से अफगानी गेंदबाजों का मनोबल डामाड़ोल कर दिया हो, लेकिन उन्होंने इस टीम की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की टीम में काफी प्रतिभा है। उनके स्पिन गेंदबाजों को खेलना सबसे अलग चुनौती है। मैंने अपने खेल को बदला, वह सभी शॉट खेले जो अपने-अपने करिअर के शुरुआत में खेले थे।
(एजेंसी इनपुट)
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
			 
                     
                    