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रहाणे की दो साल की कड़ी मेहनत की अनदेखी नहीं कर सकते: कोहली

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को साफ किया कि करूण नायर का एक तिहरा शतक उप कप्तान अजिंक्य रहाणे के दो साल के निरंतर अच्छे प्रदर्शन पर हावी नहीं हो सकता जो पूरी तरह से फिट होने के बाद अंतिम एकादश में वापसी करेंगे।
रहाणे की दो साल की कड़ी मेहनत की अनदेखी नहीं कर सकते: कोहली

इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला रहाणे के लिए काफी अच्छी नहीं रही और उन्हें हाथ में फ्रैक्चर के बाद श्रृंखला के बीच से हटना पड़ा लेकिन गुरुवार से यहां बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट के लिए उनका अंतिम एकादश में चुना जाना लगभग तय है।

पांचवें नंबर पर कौन बल्लेबाजी करेगा इसे लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए कोहली ने कहा, देखिये, मुझे लगता है कि एक मैच किसी अन्य खिलाड़ी की दो साल की कड़ी मेहनत पर हावी नहीं हो सकता। आपको समभना होगा कि जिंक्स :रहाणे को प्यार से इसी नाम से बुलाते हैं: ने पिछले दो साल में टीम के लिए क्या किया है। इस प्रारूप में उसका औसत लगभग 50 का है और टेस्ट प्रारूप में वह संभवत: हमारी टीम का सबसे ठोस बल्लेबाज है।

उम्मीद है कि इंग्लैंड के एंडी सेंडम के बाद युवा नायर ऐसे बल्लेबाज बनेंगे जिन्हें तिहरा शतक जड़ने के बावजूद अगले मैच की अंतिम एकादश से बाहर किया गया। सेंडम ने 1925 में 40 साल की उम्र में 325 रन बनाए और इसके बाद उन्हें कभी दोबारा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला।

कोहली ने हालांकि कहा कि तिहरे शतक से नायर ने टीम में जगह पक्की कर ली है जो कम बड़ी उपलब्धि नहीं है।उन्होंने कहा, करूण उसकी :रहाणे की: जगह आया था और उसने जो किया वह शानदार था, जहां तक टीम का सवाल है उसने जगह पक्की कर ली है। करूण ने यह किया है। जैसा कि मैंने कहा, आप अजिंक्य की दो साल की कड़ी मेहनत को एक मैच के आधार पर नजरअंदाज नहीं कर सकते। फिट होने पर वह टीम में वापस जगह बनाने का दावेदार है। यह मेरा नजरिया है।

कोहली ने साथ ही कहा कि चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को अभी इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि उनके पास अभी टेस्ट प्रारूप में चार स्पिनरों-रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, जयंत यादव और अमित मिश्रा का स्थापित समूह है।

भारतीय कप्तान ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को टीम से बाहर करने की वजह उसकी फिटनेस के अलावा फार्म ही होनी चाहिए, अन्यथा टीम में बेवजह बदलाव नहीं करना चाहिए।उन्होंने कहा, अगर फार्म खराब है या किसी को कुछ हो जाता है तो ही खिलाड़ी को बदलना चाहिए। अन्यथा, शीर्ष खिलाडि़यों का समर्थन करने की जरूरत है जो लंबे समय से टीम में हैं। साथ ही आपको युवाओं को भी निखारने और स्थितियों को समझने के लिए टीम में रखना होगा।

कोहली ने खुशी जताई कि टीम के पास पर्याप्त बेंच स्टैंथ है जो चोटों की स्थिति में उसे अच्छी स्थिति में रखती है।

उन्होंने कहा, चोटों के कारण टीम कमजोर नहीं होनी चाहिए और बेंच स्टैंथ इसमें योगदान देती है। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं तो टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार हैं। जयंत :यादव: ने शानदार प्रदर्शन किया। टी 20 और एकदिवसीय मैचों में आपने चहल और केदार को अच्छा प्रदर्शन करते देखा है। हमारे पास ऐसे खिलाडि़यों का समूह है जो काफी अच्छी तरह जगह ले रहे हैं। भाषा

 

 

 

 

 

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