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अंबाती रायडू के संन्यास लेने के बाद, गंभीर ने चयनकर्ताओं पर साधा निशाना

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बुधवार को मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायडू के खेल के सभी...
अंबाती रायडू के संन्यास लेने के बाद, गंभीर ने चयनकर्ताओं पर साधा निशाना

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने बुधवार को मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायडू के खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने के बाद एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली चयन समिति को निशाना बनाते हुए कहा कि पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर इतने रन नहीं बनाए जितने रायडू ने अपने करिअर में बनाए। मौजूदा आईसीसी विश्व कप के लिए भारतीय टीम से अनदेखी के बाद रायडू ने बीसीसीआई को लिखे ईमेल में बिना कारण स्पष्ट किए खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की। 

गंभीर ने कहा कि मेरे अनुसार इस विश्व कप में चयनकर्ताओं ने पूरी तरह से निराश किया। रायुडू का संन्यास लेने का फैसला उनके कारण है और इसके लिए उनकी फैसला करने का कौशल जिम्मेदार है। ब्रिटेन में चल रहे विश्व कप के लिए रायडू आधिकारिक स्टैंड बाई सूची में शामिल थे, लेकिन ऑलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होकर बाहर होने के बावजूद उनकी अनदेखी की गई। 

टीम प्रबंधन के जोर देने पर सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया और पता चला है कि इन फैसलों से रायडू काफी निराश हैं। भारत के लिए 58 टेस्ट और 147 वनडे खेलने वाले गंभीर ने चयनकर्ताओं को निशाना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हुए कहा कि पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर उतने रन नहीं बनाए जितने रायडू ने अपने करिअर में बनाए। 

अब भारतीय जनता पार्टी के सांसद गंभीर ने कहा कि पांच चयनकर्ताओं ने मिलकर उतने रन नहीं बनाए, जितने रायुडू ने अपने करिअर में बनाए हैं। उसके संन्यास को लेकर मैं बेहद दुखी हूं। ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को विश्व कप में चोटिल खिलाड़ियों की जगह चुना गया और रायडू की जगह अगर कोई और होता तो उसे भी इतना ही बुरा लगता।

गंभीर ने संन्यास लेने के रायडू के फैसले को भारतीय क्रिकेट के लिए दुखद लम्हा बताया। इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि उनकी तरह का क्रिकेटर जो आईपीएल और देश के लिए इतना अच्छा खेला हो, तीन शतक और 10 अर्धशतक जड़े हों और इसके बावजूद अगर खिलाड़ी को संन्यास लेना पड़े तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए दुखद क्षण है। रायडू ने भारत के लिए 55 एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मैचों में 47.05 की औसत से 1694 रन बनाए हैं।

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी बुधवार को कहा कि विश्वकप टीम में ना चुने जाना मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायडू के लिए दर्दनाक रहा होगा, जो क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सेवानिवृत्त हुए थे। सहवाग ने अपने ट्विटर पोस्ट पर कहा कि निश्चित रूप से #अंबाती रायडू के लिए विश्व कप के लिए नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए था, लेकिन मैं उन्हें जीवन में बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

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