मानव पूंजी न केवल संगठन बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए मूल्यवर्धन का साधन बनती है। कॉर्न फेरी के आर्थिक विश्लेषण के अनुसार श्रम बल में प्रत्येक एक डॉलर के निवेश से सकल घरेलू उत्पाद में 11.39 डॉलर जुड़ते हैं।
देश में नोटबंदी करने के बाद भारतीय मुद्रा रुपये की विश्वसनीयता विश्व बाजार में गिरी है। नेपाल, भूटान, दुबई, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका सहित विश्व के कई देशों में रुपये को शक-सुबहे की दृष्टि से देखा जा रहा है। इससे फ्री ट्रेडिंग में भारतीय रुपये को खर्च करने में लोगों को दिक्कत आ रही है।
नोटबंदी के बाद लोगों के गैर-नकदी लेन-देन की ओर रूख करने के चलते डिजिटल मोबाइल भुगतान सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी पेटीएम से रोजाना 70 लाख सौदे होने लगे हैं जिनका मूल्य करीब 120 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
इंडिया फाउंडेशन का धर्म और समाज अध्ययन केंद्र भोपाल में दो दिवसीय धर्म-धम्म कान्फ्रेंस करा रहा है। दो दिवसीय यह कान्फ्रेंस 19-20 अक्टूबर 2016 को होगी। चौथे अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म कान्फ्रेंस में इस बार का विषय होगा, धर्म और राजतंत्र।