भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे और अंतिम क्रिकेट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पांच रन की शिकस्त के बावजूद मैच में शानदार प्रदर्शन करने के लिए केदार जाधव और हार्दिक पंड्या की जमकर तारीफ की।
श्रृंखला में अजेय बढ़त बनाने के बाद आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय क्रिकेट टीम कल इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और आखिरी एक दिवसीय मैच के जरिये क्लीन स्वीप करके पांच महीने के भीतर होने वाली चैम्पियंस ट्राफी से पहले अपने हौसले बुलंद करना चाहेगी।
भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने डैथ ओवरों में उम्दा गेंदबाजी का श्रेय इंडियन प्रीमियर लीग को देते हुए कहा कि कल तीसरे वनडे में इंग्लैंड के खिलाफ टीम बिना किसी दबाव के उतरेगी।
इंग्लैंड ने भारत दौरे में अब तक कोई मैच नहीं जीता है लेकिन उसकी एकदिवसीय टीम के उप कप्तान जोस बटलर ने कहा कि मेजबान देश क्रिकेट खेलने के लिये सर्वश्रेष्ठ जगह है।
भारतीय टीम पुणे में पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में तीन विकेट की शानदार जीत के बाद भले ही आत्मविश्वास से भरी हो लेकिन यहां 19 जनवरी को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले दूसरे वनडे के लिए निश्चित तौर पर ओस से होने वाली संभावित परेशानी खिलाड़ियों के दिमाग में होगी।
सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने आज कहा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपनी उर्जा, जुनून और उदाहरण पेश करने के अपने जज्बे से महान कप्तान होने के संकेत पहले ही दे दिये हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिये पिछले दस सालों में अगर कोई मैदान सबसे भाग्यशाली रहा है तो वह कटक का बाराबती स्टेडियम है जहां विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को इंग्लैंड के खिलाफ 19 जनवरी को दूसरा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना है।
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने आज हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दायर किया। इससे पहले अरशद अयूब ने लोढा समिति के सुधारवादी कदमों पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था।
भारतीय चयनकर्ता शुक्रवार को जब इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय और तीन टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये टीम का चयन करने के लिये बैठेंगे तो यह लगभग तय है कि विराट कोहली को इन दोनों प्रारूपाेें की कप्तानी भी सौंपी जाएगी, जिससे भारत की सीमित ओवरों की क्रिकेट में नये युग की शुरूआत होगी।
महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी के अपने कार्यकाल के दौरान अपनी आत्मा की आवाज पर सही समय पर सही निर्णय करने की क्षमता का अद्भुत उदाहरण पेश किया और एक बार फिर से उन्होंने अपने भारत के सीमित ओवरों के कप्तान पद से हटने का फैसला करके अपने इस कौशल को दिखाकर हर किसी को स्टंप आउट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।