पुस्तक समीक्षा : छोटी आंखों की पुतलियों में (ताइवान डायरी) देवेश पथ सारिया की कविताओं और अनुवादों से हिंदी-साहित्य पहले से ही परिचित है। उनकी रचनाओं में जो... NOV 16 , 2022
मैनेजर पांडेय: स्वतंत्रता और सामाजिकता पर जोर देने वाला आलोचक हिंदी भाषा और साहित्य के विद्वान प्रोफेसर मैनेजर पांडेय (1941-2022) का रविवार को दिल्ली स्थित आवास पर देहांत... NOV 09 , 2022
पुस्तक समीक्षा - सुखी घर सोसाइटी : त्रासद कहानियों में रचा-बसा उपन्यास ‘सुखी घर सोसाइटी’ विनोद दास का इसी वर्ष (2022) प्रकाशित उपन्यास है। विनोद दास की पहचान कवि, समीक्षक और... NOV 04 , 2022
अमृता प्रीतम : लेखिका जो जीते जी अफसाना बन गईं अमृता प्रीतम का जन्म 31 अगस्त सन 1919 को गुजरांवाला पाकिस्तान में हुआ था। उनकी मां राज बीवी और पिता करतार... OCT 31 , 2022
पुस्तक समीक्षा : एक्स वाई का जेड एक्स वाई का जेड वरिष्ठ गद्यकार एवं अनुवादक प्रभात रंजन के हालिया प्रकाशित कहानी संग्रह का शीर्षक है।... OCT 31 , 2022
छठ मैया सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा प्रतीक : योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि छठ जैसे त्योहार उस समर्पण का एक आदर्श... OCT 30 , 2022
पुस्तक समीक्षाः मैंने जो जिया- 2 किशोरावस्था में ही अपने गीतों और कविताओं के माध्यम से अलग पहचान बनाने वाले, शताधिक पुस्तकों के... OCT 29 , 2022
पुस्तक समीक्षा : सदानीरा पत्रिका (ग्रीष्म 2022 एंथ्रोपोसीन विशेषांक) “वह समझाते हैं लड़ो धर्म है लड़ना धरती और आदमी को बचाने के लिए लड़ो। शुरू होती है लड़ाई सबसे... OCT 28 , 2022
भारतीय कला एवं संस्कृति के प्रसार में हिंदी की भूमिका हिंदी से ही संभव है भारतीय कला एवं संस्कृति का वैश्विक विस्तार भारत प्रारंभ से ही कला एवं... OCT 28 , 2022
साहिर और अमृता की खूबसूरत मोड़ पर छूटी प्रेम कहानी अमृता के जीवन में जो दो मुख्य पुरुष आए, वह साहिर और इमरोज थे। इन्हीं के कारण अमृता जीते जी एक किवदंती बन... OCT 25 , 2022