भाई-बहन के प्रेम का पर्व रक्षा बंधन आज पूरे धूमधाम से मना। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े नेताओं को बच्चों ने राखी बांधी।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से अपनी पार्टी का बिगुल फूंकते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को यहां एक बड़ा रोड शो किया। सर्किट हाउस से इंग्लिशिया लाइन तक आठ किलोमीटर लंबे रोड शो में कांग्रेस के हजारों समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
कहते हैं औरत का मन कोई नहीं जान सकता। उसके दिल के जज्बातों को जब तक वह खुद अपनी जुबान से न कहे, अंदाजा लगाना मुश्किल है। इसके उलट, औरत सहजता से इस बात का अंदाजा लगा लेती है कि उसके सामने आए शख्स के दिल में उसको लेकर क्या चल रहा है और पाया भी यही जाता है कि ज्यादातर मामलों में औरत का अनुमान एक दम सही और सटीक होता है।
पंजाब के मलेरकोटला में एक धार्मिक पुस्तक की बेअदबी के मामले में अपने एक विधायक के शामिल होने के आरोप को खारिज करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्य में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
कांग्रेस नेता जयेश शाह ने 'फेंकूजी हैव दिल्ली मा (फेंकू जी दिल्ली में हैं)' शीर्षक से किताब लिखी है। किताब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाया गया है। अहमदाबाद कोर्टने इस गुजराती पुस्तक की बिक्री पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सिविल अदालत के जज एएम दवे ने संविधान के अनुच्छेद 19 का हवाला देते हुए बैन की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी है।
बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने खुफिया जांच एजेंसी आईबी से सोनिया गांधी पर नजर रखने को कहा था। इतना ही नहीं सोनिया के घर 10 जनपथ पर भी उस दौरान नजर रखी जा रही थी। इसका खुलासा लेखक विनय सीतापति की आने वाली किताब- 'हाफ लाइन: हाउ पीवी नरसिम्हा राव ट्रांसफॉर्म इंडिया' में किया गया है। किताब के अनुसार राव ने सोनिया गांधी को समर्थन करने वाले कैबिनेट में शामिल नेताओं की लिस्ट भी तैयार करवाई थी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निकटस्थ रणनीतिकार और सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के चार टुकड़े जल्द से जल्द होने चाहिए। उत्तर प्रदेश में चुनाव के पहले जयराम की इस मांग पर प्रदेश में अलग अलग राय और विवाद रहे हैं।
राइफल निशानेबाज जयदीप कर्मकार ने मामूली अंतर से पदक से चूकने का दर्द अनुभव किया था और अब रियो ओलंपिक से पहले उन्होंने उन बाधाओं का खुलासा किया है जो लंदन खेलों से पहले कोच और अधिकारियों ने पैदा की थी।
सौरव गांगुली के पास भारत के अगले मुख्य कोच के चयन की जिम्मेदारी है और इस पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्होंने 2005 में ग्रेग चैपल के नाम की सिफारिश करके जिस तरह की गलती की थी इस बार ऐसा कुछ नहीं करेंगे।