अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ता ने मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में 6 जून को हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए पांच किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद किसान मुक्ति यात्रा का शंखनाद किया।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बेहाल शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने में कलेक्टर अवनीश शरण का बहुत बड़ा हाथ है। ये पहला मौका नहीं है, जब अवनीश ने अपनी बेटी का एडमिशन सरकारी स्कूल में कराया, इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी को 9 माह तक आंगनबाड़ी में पढ़ाया था।
सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले आतंकी अब श्रीनगर के एक स्कूल में छिप गए हैं। आतंकियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी तेज कर दी गई है। ऑपरेशन में अभी तक 2 आतंकियों को जवानों ने मार गिराया। जबकि इस दौरान तीन जवान घायल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार ऑपरेशन जारी है।
अब किसान किसान आंदोलन की आग हरियाणा पहुंच गई है। आज हरियाणा में कांग्रेस किसानों के मसले पर महापंचायत करेगी, तो वहीं कई संगठनों ने हाईवे जाम का ऐलान किया है।
किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति बनाने के लिए देशभर से आए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक की। बैठक के दौरान किसानों में बढ़ती खुदकुशी और मंदसौर में मारे गए किसानों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। साथ ही सरकार से सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्जमाफी की मांग करते हुए देशभर के किसानों से एकजुट होने का अह्वान किया गया है।
मध्यप्रदेश के बाद कांग्रेस अब राजस्थान में भी भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है।बुधवार को पूरे प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के समर्थन में कांग्रेस आंदोलन करेगी।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव की तस्वीर वाले बैग भले ही उत्तर प्रदेश में धूल फांक रहे हों, लेकिन गुजरात में ये बैग स्कूली बच्चों को बांटे जा रहे हैं। गुजरात सरकार की तरफ स्कूली बच्चों को बांटे गए इन बैग्स पर अखिलेश यादव की तस्वीर लगी मिली है।
मध्य प्रदेश में पिछले 48 घंटों में कर्ज में डूबे दो किसानों ने आत्महत्या कर ली है। इनमें से एक किसान बुधनी विधानसभा क्षेत्र से है। मध्य प्रदेश की बुधनी विधान सभा सीट का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करते हैं।
एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन उग्र होता जा रहा है वहीं कई ऐसे वाकये भी सामने आ रहे हैं जो काफी तकलीफदेह हैं। एक बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन से उसका कोई लेना-देना नहीं था फिर भी पुलिस ने उसकी पिटाई की है।