आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टीम और गेंदबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर कोई बदलाव नहीं हुआ है जिससे भारत और इसके ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपना पहला स्थान बरकरार रखा हुआ है।
इस बार दर्शकों के सामने दो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर आई हैं। दोनों चर्चित और बड़ी फिल्में हैं। लेकिन यदि दर्शकों जो भी फिल्म देख लें या तो वे कुएं में गिरेंगे या खाई में। अजय देवगन और करण जौहर दोनों ही ने अपनी कमजोर निर्देशकीय पारी खेली है।
धर्मशाला अंतरराष्टीय फिल्मोत्सव (डीआईएफएफ) ने कल स्थानीय जिला कारागार में एक फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की। जेल के कैदियों और कर्मचारियों के लिए विशेष तौर पर फिल्म वेन हरि गाट मैरिड की स्क्रीनिंग की गयी।
अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि जब राष्ट्रवाद की बात आती है तो फिल्म उद्योग एकजुट है लेकिन जब बीच में राजनीति घुस जाती है तो बॉलीवुड पूरी तरह भयभीत और कमजोर हो जाता है।
ए दिल है मुश्किल की निर्विघ्न रिलीज का मार्ग आज प्रशस्त हो गया क्योंकि उसके निदेशक करण जौहर ने प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट के साथ जाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से भेंट की और उन्हें आश्वासन दिया कि उड़ी हमले के बाद देश में जनभावना को दखते हुए फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे।
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल की टेस्ट श्रृंखला के दौरान इंदौर के दर्शकों के टेस्ट प्रेम से अन्य मैच स्थलों को सीख लेने की सलाह देते हुए कहा कि क्रिकेट के इस लंबी अवधि के प्रारूप को रोमांचक और दर्शकों के अनुकूल बनाने की जिम्मेदारी खिलाड़ियों की है।
मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव (मामी) पर भी सोमवार को भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की छाया देखने को मिली। फिल्मोत्सव के आयोजकों ने पाकिस्तानी फिल्म जागो हुआ सवेरा की स्क्रीनिंग के दौरान विरोध प्रदर्शन के खतरे को देखते हुए अपने रेट्रोस्पेक्टिव वर्ग से इस फिल्म को हटा दिया है।
भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज कहा कि उन्होंने टेस्ट कप्तान विराट कोहली की सलाह का मैदान पर अब ज्यादा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ कल से यहां शुरू हो रही पांच मैचों की वनडे सीरीज की पूर्व संध्या पर कहा, मैंने पहले ही कोहली का ज्यादा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। अगर आप मैच में देखोगे तो आप देखोगे कि मैं मैदान पर उससे ज्यादा बातचीत करता हूं क्योंकि निश्चित रूप से दो व्यक्ति अलग-अलग तरह से ही सोचेंगे।