केंद्र की मोदी सरकार ने अश्लील सामग्री परोसने वाली करीब 3000 वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने लोकसभा में यह जानकारी दी है।
लोकसभा में आज भाजपा के एक सदस्य ने वेबसाइटों पर आने वाले अश्लील विग्यापनों का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार से इन पर प्रतिबंध की मांग की। कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू ने बिहार और गुजरात की तर्ज पर पूरे देश में शराबबंदी करने की मांग उठाई।
भाजपा चुनाव जीतने के लिए मीडिया को तहेदिल से खुश कर रही है। जीत के लिए उसने भरपूर विज्ञापन दिया है। उत्तर प्रदेश, पंजाब और गोवा के विधानसभा चुनावों के लिए टीवी, रेडियो और प्रिंट मीडिया में कैंपेन चलाने के मामले में उसने सबको पीछे छोड़ दिया है। टीएएम मीडिया रिसर्च की इकाई ऐडेक्स इंडिया से मिले आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल नवंबर से लेकर 4 फरवरी 2017 तक तीन माध्यमों पर तीनों राज्यों के लिए सभी राजनीतिक विज्ञापनों में भाजपा का हिस्सा 59% रहा।
हरिद्वार में एक स्थानीय अदालत ने बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद की पांच उत्पादन इकाइयों पर उसके उत्पादों के गलत प्रचार एवं भ्रामक विज्ञापन के मामले में 11 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। एडीएम ललित नारायण मिश्रा की अदालत ने कंपनी से एक माह के भीतर जुर्माना भरने को कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली वर्तमान केंद्र सरकार ने सत्ता में आने के बाद से इस वर्ष अगस्त तक यानी करीब सवा दो साल में विज्ञापनों एवं अन्य प्रचार पर 1100 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर डाले हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव के अभियान के अखिरी दौर में हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ने विज्ञापन जंग छेड़ी है जिस पर लाखों डालर खर्च किए गए हैं और इस क्रम में अहम राज्यों में इश्तिहारों की बांबिंग की जा रही है।
महिला विरोधी अश्लील टिप्पणियों के उजागर होने के बाद रिपब्लिकन पार्टी के अनेक शीर्ष नेताओं ने राष्ट्रपति पद के पार्टी उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से किनारा कर लिया है जिससे ट्रंप की चुनावी मुहिम ताश के पत्ते की तरह बिखरती जा रही है। इस सबके बावजूद विवादित अरबपति ट्रंप चुनावी दौड़ से हटने से इनकार कर रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार मुहिम को वर्ष 2005 का उनका एक ऐसा वीडियो टेप सामने आने से बड़ा झटका लगा है जिसमें वह महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करते दिखाई दे रहे हैं और इसके कारण ट्रंप को लोगों से माफी मांगनी पड़ी।
सावधान स्टार हों या नामी खिलाड़ी। कानून का प्रारूप बन गया है। संसद से औपचारिक स्वीकृति के बाद भारी जुर्माना होना तय है। जेल की सजा का प्रस्ताव फिलहाल लटका हुआ है। कारण है- करोड़ों लोगों के दिल-दिमाग को लुभाने वाले कलाकार या खिलाड़ी भ्रामक विज्ञापनों का चेहरा बनकर मार्केटिंग में शामिल होंगे, तो नए कानून के तहत 50 लाख रुपये का जुर्माना लगेगा और फिर भी ‘अपराध’ जारी रखने पर आजीवन किसी विज्ञापन में नहीं दिखने की सजा दे दी जाएगी।