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चीन को रोककर नहीं पूरा हो सकता भारत का सपना: चीनी मीडिया

चीन को रोककर नहीं पूरा हो सकता भारत का सपना: चीनी मीडिया

भारत और अमेरिका के संबंधों के अभूतपूर्व स्तर तक पहुंचने का हवाला देते हुए चीन के एक सरकारी अखबार ने बुधवार को कहा कि भारत चीन को रोककर या एक पक्ष को दूसरे के खिलाफ खड़ा करके नहीं उभर सकता है।
अमेरिकी संसद में मोदी का संबोधन, भारत और अमेरिका की दोस्‍ती 21वीं सदी बदलेगी

अमेरिकी संसद में मोदी का संबोधन, भारत और अमेरिका की दोस्‍ती 21वीं सदी बदलेगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि परमाणु समझौते से भारत अाैैर अमेरिका के बीच संबंधों में काफी प्रगाढ़ता आई है। दोनों के बीच नए रिश्‍ते की शुरुआत हुई। दोनों देशों की संस्कृतियां अलग हैंं लेकिन लोकतांत्रिक परंपराओं में विश्‍वास की भावना से दोनों देश काफी नजदीक हो जाते हैं। अमेरिका का लोकतंत्र सभी को आजादी देता है। ऐसा ही भारत का लोकतंत्र भी है। वाशिंगटन दौरे के दूसरे दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैपिटल हिल में अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे थे।
अब हम ब्रह्मोस जैसी उच्च तकनीकी मिसाइलें बेच सकेंगे और ड्रोन खरीद सकेंगे

अब हम ब्रह्मोस जैसी उच्च तकनीकी मिसाइलें बेच सकेंगे और ड्रोन खरीद सकेंगे

दुनिया की प्रमुख मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) में भारत के शामिल होने के बाद अब हम अपनी ब्रह्मोस जैसी उच्च तकनीकी मिसाइलें मित्र देशों को बेंच सकेंगे। साथ ही अमेरिका से ड्रोन विमान खरीद सकेंगे। एमटीसीआर के सदस्यों ने भारत को समूह में शामिल करने पर सहमति जताई। 34 सदस्‍य देशों में से किसी ने भारत का विरोध नहींं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के संदर्भ में इसे एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
मोदी बोले, भारत वृद्धि का नया इंजन, आर्थिक विकास में योगदान देने को तैयार

मोदी बोले, भारत वृद्धि का नया इंजन, आर्थिक विकास में योगदान देने को तैयार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित देशों से भारत जैसे देशों की वस्तु एवं सेवाओं के लिए बाजार खोलने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत 'वृद्धि के एक नए इंजन' के रूप में वैश्विक आर्थिक विकास में योगदान करने को तैयार है। पीएम अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के सालाना समारोह को संबोधित कर रहे थे।
चर्चाः अमेरिकी बिजनेस में हिस्सेदारी। आलोक मेहता

चर्चाः अमेरिकी बिजनेस में हिस्सेदारी। आलोक मेहता

वह जमाना गया, जब वचन देने वाले राजा-महाराजा बिना लिखा-पढ़ी हुए वायदा पूरा करने के लिए अपनी जान तक गंवाने को तैयार रहते थे। अब महाशक्तियां कू‌टनीतिक मित्रता ‘बिजनेस’ के लिए करती दिखती हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के हाथ-गले मिलने और मीठी बातों से अभिभूत होने की गलती न की जाए।
हिलेरी ने रचा इतिहास, बनेगीं पहली महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार

हिलेरी ने रचा इतिहास, बनेगीं पहली महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए पहली बार किसी प्रमुख पार्टी की उम्मीदवार बन इतिहास रचने जा रही हैं हिलेरी क्लिंटन। उन्होंने न्यूजर्सी और न्यू मैक्सिको प्राइमरी में निर्णायक जीत के बाद बुधवार को राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी की दावेदारी की।
हिलेरी ने रचा इतिहास, अमेरिका में राष्‍ट्रपति पद की पहली महिला उम्मीदवार होंगी

हिलेरी ने रचा इतिहास, अमेरिका में राष्‍ट्रपति पद की पहली महिला उम्मीदवार होंगी

अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने आखिरकार इ‍तिहास रच दिया। अमेरिका के 240 सालों के इतिहास में वह ऐसी पहली महिला बननेे जा रही हैंं जो प्रमुख राजनीतिक दल के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी। उन्‍होंने डेमोकेट्रिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की जंग जीत ली।
दो सौ प्राचीन कलाकृतियां अमेरिका ने लौटाई

दो सौ प्राचीन कलाकृतियां अमेरिका ने लौटाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के पहले दिन भारत को अनूठा उपहार मिला है। अरसे से तस्करी कर ले जाई गई दो सौ से ज्यादा प्राचीन कलाकृतियां अमेरिका ने भारत को लौटा दीं। इनमें से कुछ कलाकृतियां दो हजार साल पुरानी हैं। इन सभी की कीमत लगभग 10 करोड़ डॉलर आंकी गई है।
25 भारतीय छात्रों से अमेरिकी विश्वविद्यालय छोड़ने को कहा गया

25 भारतीय छात्रों से अमेरिकी विश्वविद्यालय छोड़ने को कहा गया

वेस्टर्न केन्टकी विश्वविद्यालय के 60 में से कम से कम 25 भारतीय स्नातक छात्रों से पहले सेमेस्टर के बाद कंप्यूटर विज्ञान की अपनी पढाई छोड़ने को कहा गया है। विश्वविद्यालय के अनुसार ये छात्र उसके प्रवेश मानकों को पूरा नहीं करते। मीडिया में आज आई एक खबर में यह जानकारी मिली है।
दक्षिण पूर्व एशिया के हालात

दक्षिण पूर्व एशिया के हालात

वैश्विक आर्थिक मंदी है। यूरोप की हालत बदतर हो गई है। अमेरिका और चीन जैसे देश भी परेशान हैं। नए बाजार और सस्ता कच्चा माल की तलाश में ये देश परेशान हैं। इस लिहाज से दक्षिण पूर्व एशिया में इन देशों को रास्ता नजर आ रहा है।