Advertisement

Search Result : "the worlds richest more"

संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी: मुकेश अंबानी

संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी: मुकेश अंबानी

वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया और कहा कि संपत्ति सृजन को रोका नहीं जाना चाहिये क्योंकि समाज में संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति और औद्योगिक नवप्रवर्तन के लिये तैयार है।
भारत की 58 प्रतिशत संपत्ति पर एक प्रतिशत अमीरों का आधिपत्य : ऑक्सफैम

भारत की 58 प्रतिशत संपत्ति पर एक प्रतिशत अमीरों का आधिपत्य : ऑक्सफैम

भारत की कुल 58 प्रतिशत संपत्ति पर देश के मात्र एक प्रतिशत अमीरों का आधिपत्य है जो देश में बढ़ती आय विषमता की ओर संकेत करता है। यह आंकड़ा वैश्विक 50 प्रतिशत के आंकड़े से अधिक है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है।
राष्ट्रहित में कठिन फैसले लेने से नहीं हिचकिचाएंगे : मोदी

राष्ट्रहित में कठिन फैसले लेने से नहीं हिचकिचाएंगे : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने और सुधारों को आगे बढ़ाने का संकेत देते हुये आज कहा कि उनकी सरकार राष्ट्रहित में कठिन फैसले लेने से नहीं हिचकिचायेगी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी कुछ समय की परेशानी है।
फोर्ब्स ने जारी की सौ सबसे अमीर भारतीयों की सूची, मुकेश अंबानी टॉप पर कायम

फोर्ब्स ने जारी की सौ सबसे अमीर भारतीयों की सूची, मुकेश अंबानी टॉप पर कायम

उद्योगपति मुकेश अंबानी लगातार नौंवे साल देश के सबसे अमीर व्यक्ति का तमगा हासिल करने में सफल रहे हैं। फोर्ब्स इंडिया के अनुसार अंबानी की कुल संपत्ति तेजी से बढ़ती हुई 22.7 अरब डॉलर पर पहुंच गई। इस तरह अंबानी की परिसंपत्तियां एस्टोनिया की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के बराबर हो गई।
पतंजलि के स्वामी बालकृष्ण 100 सबसे अमीर भारतीयों में

पतंजलि के स्वामी बालकृष्ण 100 सबसे अमीर भारतीयों में

योग गुरू रामदेव के करीबी सहयोगी बालकृष्ण 100 सबसे अमीर भारतीयों की फॉर्व्स सूची में शामिल हो गए हैं। उनके पास पतंजलि आयुर्वेद में 97 प्रतिशत हिस्सेदारी है और उससे उनकी हैसियत 2.5 अरब डॉलर की हो गयी है। फॉर्व्स की इस 100 सबसे अमीर भारतीयों की सूची में बालकृष्ण का 48वां स्थान है।
मॉनसून पर मौसम विभाग और निजी एजेंसियों के उलट दावे

मॉनसून पर मौसम विभाग और निजी एजेंसियों के उलट दावे

जुलाई का एक सप्ताह निकलने के साथ देश मौसम विभाग ने फिर से देश में कमजोर मॉनसून की आशंका जताई है और कहा है कि जुलाई माह में अभी तक पश्चिमोत्तर क्षेत्र को छोड़कर अन्य सभी इलाकों में बारिश नकारात्मक रही है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से 8 जुलाई तक देश में बारिश चार प्रतिशत कम रही है। मध्य भारत में जून में बारिश अच्छी रही थी, लेकिन अब वहां बारिश आठ प्रतिशत कम है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement