मां-बाप के द्वारा 'बच्चे का भविष्य' संवारने के उद्देश्य से उन्हें स्कूल भेजा जाना, फिर उस बच्चे का कभी न लौटकर आना या कुछ ऐसे घाव साथ लेकर आना जिससे उबरने में शायद जिंदगी बीत जाए। ऐसे मां-बाप पर क्या गुजरेगी?
महिला का नाम आशा साहनी था। उनका बेटा ऋतुराज अमेरिका में सॉफ्टवेर इंजीनियर था और वहीं रहता था। 2013 में आशा साहनी के पति और ऋतुराज के पिता केदार साहनी की मौत हो गई थी।