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आखिर क्यों खाएं, ‘बरेली की बर्फी’

आखिर क्यों खाएं, ‘बरेली की बर्फी’

हंसाना दुनिया का सबसे कठिन काम है। लव स्टोरी में तो सच में बहुत कठिन। लेकिन तिवारी दंपती ने मिल कर बहुत सारे चेहरों पर मुस्कान ला दी है। मीठी-मीठी बर्फी सही जम गई है, भाईसाब!
खेल रत्न पुरस्कार की सूची में नाम नहीं शामिल किये जाने से हैरान हूं: दीपा मलिक

खेल रत्न पुरस्कार की सूची में नाम नहीं शामिल किये जाने से हैरान हूं: दीपा मलिक

दीपा मलिक पैरालम्पिक गेम्स में मेडल जीतने वाली भारत की पहली और एकमात्र महिला हैं। साल 2012 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
‘न्यूटन’ को भी ईवीएम पसंद नहीं

‘न्यूटन’ को भी ईवीएम पसंद नहीं

आम आदमी को तो छोड़िए न्यूटन को भी शायद ईवीएम पर भरोसा नहीं है। ऐसा कयास इसलिए क्योंकि टेलेंटेड राजकुमार राव अपनी अगली फिल्म के पोस्टर में ईवीएम लेकर भाग रहे हैं। पोस्टर पर लिखा है, सीधा आदमी उल्टी दुनिया।
ट्रैप्ड : जीने की अदम्य जिजीविषा

ट्रैप्ड : जीने की अदम्य जिजीविषा

ट्रैप्ड हिंदी सिनेमा के लिए नई तरह की फिल्म है। विक्रमादित्य मोटवानी कुशल निर्देशकों की कतार में शामिल हैं। इस बार बिना गाने, कम संवाद और लगभग तामझाम वीहिन एक प्रयोगधर्मी फिल्म उनके खाते में है।
कोहली के कोच ने कहा, पहले खुद का प्रदर्शन देखे एंडरसन

कोहली के कोच ने कहा, पहले खुद का प्रदर्शन देखे एंडरसन

विराट कोहली की बल्लेबाजी पर उंगली उठाने के लिये उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने जेम्स एंडरसन को आज यहां आड़े हाथों लेते हुए उनके बयान को बचकाना करार दिया और कहा कि इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज को कोई टिप्पणी करने से पहले खुद के प्रदर्शन पर गौर करना चाहिए।
समानता सम्मेलन में ‘पलटी’ मार गए भाजपा सांसद

समानता सम्मेलन में ‘पलटी’ मार गए भाजपा सांसद

हरियाणा के कुरूक्षेत्र से भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी पलटी मार गए। उम्मीद से उलट ‘समानता सम्मेलन’ में उन्होंने पार्टी को लेकर ऐसी कोई बात नहीं की जिससे पार्टी हाईकमान को उनके विरूद्ध कार्रवाई का मौका मिल सके। इसके उलट सम्मेलन में अन्य दिनों के मुकाबले वह अधिक संयमित दिखे और कई बार प्रधानमंत्री की तारीफ में जुमले भी उछाले।
जब भावुक विराट ने शिक्षक दिवस पर गुरू को भेंट की एस्कोडा रैपिड

जब भावुक विराट ने शिक्षक दिवस पर गुरू को भेंट की एस्कोडा रैपिड

एक बेहद प्रतिभाशाली युवा से विश्व स्तरीय बल्लेबाज तक विराट कोहली की तरक्की में गुरुवर राजकुमार शर्मा का योगदान किसी से छिपा नहीं है। 2014 में शिक्षक दिवस पर इस शिष्य ने अपने सख्त कोच को इतना भावुक कर दिया कि उसे वह कभी नहीं भुला सकेंगे। अनुभवी खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली की किताब ड्राइवन में इस घटना का जिक्र किया गया है।
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