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भाजपा की मोदी आॅक्सीजन उनकी लोकप्रियता तक ही रहेगी : शिवसेना

भाजपा की मोदी आॅक्सीजन उनकी लोकप्रियता तक ही रहेगी : शिवसेना

केंद्र एवं राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी भाजपा पर निशाना साधना जारी रखते हुए शिवसेना ने कहा कि भाजपा को सत्ता के रूप में मोदी आक्सीजन प्राप्त है और यह तब तक बनी रहेगी, जब तक लोगों में उनकी लोकप्रियता बनी रहेगी।
भाजपा विरोधी दलों को एक मंच पर लाने की तैयारी में कांग्रेस

भाजपा विरोधी दलों को एक मंच पर लाने की तैयारी में कांग्रेस

कांग्रेस भारती जनता पार्टी के विराेधी दलों को एक मंच पर लाने की रणनीति तैयार कर रही है। इसी रणनीति के तहत पार्टी ने उन दलों से आह्वान किया है जो सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहते हैं। पार्टी प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार घृणा फैलाने वाली ताकतों को रोक पाने में असफल है और समान विचार वाले दलों को एकजुट होकर सरकार का विरोध करना चाहिए।
कुलकर्णी पर स्याही फेंकने वालों को उद्धव ठाकरे ने दी शाबाशी

कुलकर्णी पर स्याही फेंकने वालों को उद्धव ठाकरे ने दी शाबाशी

भाजपा के पूर्व नेता सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर सोमवार को कालिख पोतने वाले शिवसेना कार्यकर्ताओं को उद्धव ठाकरे ने घर बुलाकर शाबाशी दी है।
सैनिक कष्ट झेलें, हम आनंद मनाएं यह नहीं होगाः शिवसेना

सैनिक कष्ट झेलें, हम आनंद मनाएं यह नहीं होगाः शिवसेना

गुलाम अली के संगीत समारोह को जबरन रद्द कराए जाने के मुद्दे पर राजनीतिक एवं सांस्कृतिक जगत के निशाने पर आई शिवसेना ने कहा है कि सैनिक शहीद हो रहे हों और यहां आनंद उठाया जाता रहे यह नहीं होगा।
मराठी बोलने वाले ही चला पाएंगे मुंबई में ऑटो

मराठी बोलने वाले ही चला पाएंगे मुंबई में ऑटो

एक नवंबर से महाराष्ट्र सरकार ऑटो चलाने के परमिट के लिए नियमों में एक नया बदलाव करने जा रही है। इसके तहत मुंबई में अब उन्हीं लोगों को ऑटो चलाने का परमिट दिया जाएगा, जो मराठी भाषा बोल सकते हैं। इस फैसले के परिणाम का आकलन इसी से लगाया जा सकता है कि मुंबई में अच्छी खासी संख्या में उत्तर भारतीय लोग ऑटो चलाते हैं।
महाराष्ट्र: मांस बिक्री विवाद में शिवसेना भी कूदी

महाराष्ट्र: मांस बिक्री विवाद में शिवसेना भी कूदी

महाराष्ट्र में जैन समुदाय की उपवास अवधी के दौरान चार दिन तक मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के राज्य सरकार के फैसले पर विवाद खड़ा होता दिख रहा है। राज्य सरकार के इस फैसले का बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। खास बात यह है कि विपक्षी दलों के साथ-साथ सरकार में शामिल भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए इसे तुष्टीकरण और धार्मिक आतंकवाद की संज्ञा दे दी है।
कंगना की कट्टी इमरान की बट्टी

कंगना की कट्टी इमरान की बट्टी

टाइमपास पत्नी की भूमिका के बाद टाइम पास प्रेमिका की भूमिका में कंगना रणौत हाजिर हैं। बस इसके लिए दर्शकों को सितंबर तक इंतजार करना होगा। निखिल आडवाणी की रोमांटिक कॉमेडी कट्टी बट्टी में कंगना इस बार बांके छोरे इमरान खान के साथ जोड़ी जमा रही हैं।
आईफा में क्वीन और हैदर का जलवा

आईफा में क्वीन और हैदर का जलवा

क्वीन फिल्म का पुरस्कार जीतने का सिलसिला जारी है। विकास बहल की इस फिल्म ने आईफा अवॉर्ड समारोह में भी इस परंपरा को बनाए रखा। सोहलवें आईफा अवॉर्ड में क्वीन के साथ विशाल भारद्वाज की फिल्म हैदर की झोली में भी कई पुरस्कार आए। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री कंगना रनौत और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार शाहिद कपूर के नाम रहा।
‘क्वीन’ कंगना से खास बातचीत

‘क्वीन’ कंगना से खास बातचीत

पिछले लंबे समय से फिल्मों में व्यस्त रहने वाली कंगना अब ब्रेक ले रही हैं। ‘कई महीनों से मुझे अपने लिए फुर्सत के कुछ पल भी नहीं मिले।’ तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में एक ‘चुनौतीपूर्ण’ दोहरी भूमिका, उसकी जल्दी रिलीज, तेज डबिंग शेड्यूल और उसके बाद के भागदौड़ भरे प्रोमोशंस से वह अब खासा थका महसूस कर रही हैं। इतना ही नहीं, वह कुछ बताती हैं कि फिल्म की सफलता से जुड़ा एक प्रोमेशन अभी किया जाना शेष है। एक शाम कंगना के खार स्थित घर में कॉफी पर बातचीत में अन्य विषयों के अलावा उनके निभाए चरित्रों का आकलन, बॉलीवुड की बदलती तस्वीर और हीरोइन का आज की इंडस्ट्री में बदलते स्थान पर हुई बातचीत के अंश
अपने दिल की ‘क्वीन’

अपने दिल की ‘क्वीन’

कंगना द्वारा यह कहकर फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन को ठुकराना कि सेलिब्रिटीज की भी कुछ जिम्मेदारी होनी चाहिए, मुझे बहुत पसंद आया। मुझे यकीन है कि बॉलीवुड के पुरुष सितारे इस पहाड़ी कन्या से कुछ नसीहत लेंगे। लेकिन मैं यह भी कहना चाहती हूं कि तनु वेड्स मनु रिटर्न्स मुझे बहुत उबाऊ लगी। फिल्म देखकर मुझे लगा कि आखिर उससे जुड़ा शोर किस बात का था। मुझे बरसों पहले गैंगस्टर (जिसमें अब लगभग बर्बाद हो चुका शाइनी आहूजा भी लाजवाब था) में अपने लीक से जुदा रूप रंग से भाने वाली कंगना की यह अब तक की सबसे बेकार फिल्म लगी। मेरी राय में वह नशे की शिकार मॉडल के रूप में फैशन में अपने छोटे से रोल में प्रियंका चोपड़ा से कहीं अधिक असरदार रही थी। वहीं क्वीन, फिल्म और उसकी नायिका दोनों बेहद चमत्कारी थे।
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