आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) प्रमुख लालू प्रसाद ने एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर कथित सृजन घोटाले को लेकर हमला बोला है।
बिहार के बहुचर्चित 1000 करोड़ से अधिक के घटाले में राज्य सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करने के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके दोनों बेटे शनिवार को पटना के भागलपुर जाएंगे।
विपक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि सरकार के द्वारा नोटबंदी का फैसला विध्वशंक रहा। हालांकि सरकार नोटबंदी के फायदे गिना रही है, साथ ही कह रही है कि नोटबंदी का जीडीपी की ग्रोथ में आई गिरावट से कोई लेना-देना नहीं है।
आइए, 8 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए नोटबंदी के ऐलान और अब वित्त मंत्री द्वारा इसकी सफलता की घोषणा के अहम बिंदुओं से जानने की कोशिश करें कि पीएम मोदी के दावे और जेटली की सफाई में कितना अंतर है।
30 और 31 अगस्त के सरकारी आंकड़े आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए कई सवाल लेकर आये हैं और यह सवाल नोटबंदी से जुड़े हैं जिन पर सरकार और रिजर्व बैंक को सफाई देनी चाहिए।
लंबे इंतजार के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नोटबंदी का पूरा हिसाब-किताब पेश किया। लेकिन इन आंकड़ों ने नोटबंदी के दावों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।