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1947 पार्टिशन में आखिर माऊंटबेटन हीरो बन ही गए

1947 पार्टिशन में आखिर माऊंटबेटन हीरो बन ही गए

भारत की आजादी का विभाजन त्रासदी का महाकाव्य है। इस पर अनगिनत फिल्में बनाई जा सकती हैं। इस फिल्म के इतने आयाम हैं कि विश्व का हर फिल्मकार भी उस त्रासदी पर फिल्म बनाए तो भी कहानी पूरी न हो।
सपा ने उठाया सवाल, जिनका आजादी के आंदोलन में योगदान नहीं, उनके नाम पर रेलवे स्टेशन

सपा ने उठाया सवाल, जिनका आजादी के आंदोलन में योगदान नहीं, उनके नाम पर रेलवे स्टेशन

1968 में दीन दयाल उपाध्याय का शव संदिग्ध हालत में मुगलसराय स्टेशन पर मिला था। उनकी मौत का कारण आज भी एक रहस्य है।
छत्‍तीसगढ़ में दीनदयाल उपाध्‍याय पर टिप्‍पणी करने से आईएएस का हुआ तबादला

छत्‍तीसगढ़ में दीनदयाल उपाध्‍याय पर टिप्‍पणी करने से आईएएस का हुआ तबादला

छत्‍तीसगढ़ में सोशल मीडिया पर भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर टिप्पणी करने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को जिले से हटाकर मंत्रालय भेज दिया गया है। अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जा रहा है।
पाक की साजिशों को 1961 में पहले ही भांप लिए थे दीनदयाल उपाध्‍याय

पाक की साजिशों को 1961 में पहले ही भांप लिए थे दीनदयाल उपाध्‍याय

भाजपा की विचारधारा पर अमिट छाप छोड़ने वाले अमर विचारक दीनदयाल उपाध्याय ने 1961 में ही पाकिस्तान की नीयत को भांप लिया था। उन्होंने उस समय कहा था कि अधिक जमीन और पानी की पाकिस्तान की मांगों को स्वीकार कर भारत रणनीतिक तौर पर युद्ध हार रहा है। इससे भविष्य में दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत के सीमावर्ती इलाकों में ऐसे लोग नहीं होने चाहिए जिनकी 'ईमानदारी पर शक हो' और 'भारत की सीमा के कम से कम 15 मील के क्षेत्र में ऐसे लोग होने चाहिए जिन पर भरोसा किया जा सके।'
समय गांवों के वादे निभाने का। आलोक मेहता

समय गांवों के वादे निभाने का। आलोक मेहता

भारतीय जनता पार्टी अपने नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की शताब्दी के अवसर पर राष्ट्रीय परिषद में भविष्य की दशा-दिशा तय कर रही है। दीनदयालजी कांग्रेस और पंडित नेहरू की विचारधारा से कई अहसमतियां रखते थे और कम्युनिस्टों के तो बिल्कुल विरोधी थे। लेकिन भारतीय जनसंघ (जो एक बार जनता पार्टी में विलय के बाद पुनः भारतीय जनता पार्टी बन गई) के लिए भी दीनदयाल उपाध्याय सामाजिक-आर्थिक समानता, ग्रामीण अंत्योदय, राजनीतिक ईमानदारी, त्याग, सत्ता में दंभ के बजाय जनता की सेवा और समर्पण के विचारों को बढ़ाना चाहते थे।
दीनदयाल जन्मशताब्दी कमेटी में मोदी ने रखा नीतीश का नाम

दीनदयाल जन्मशताब्दी कमेटी में मोदी ने रखा नीतीश का नाम

कहा जाता है कि मोदी हमेशा मास्टर स्ट्रोक मारते हैं। इस स्ट्रोक का भी राजनैतिक हलकों में खूब चर्चा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता दीनदयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी मनाने के लिए दो समिति बनाई हैं। इस समिति की खास बात यह है कि इसमें उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी रखा है।
भाजपा राष्‍ट्रीय परिषद की बैठक में शीर्ष नेता शामिल, अंत्‍योदय पर होगी गहन चर्चा

भाजपा राष्‍ट्रीय परिषद की बैठक में शीर्ष नेता शामिल, अंत्‍योदय पर होगी गहन चर्चा

भाजपा की राष्‍ट्रीय परिषद की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार को केरल कोझिकोड में शुरू हो गई जिसमें महासचिव, पदाधिकारी और राज्यों के महत्वपूर्ण नेता पार्टी के गरीब समर्थक व्यापक एजेंडे एवं उरी में आतंकवादी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान से निपटने की भविष्य की रणनीति को अंतिम आकार देने पर वार्ता कर रहे हैं।
पं. दीनदयाल उपाध्याय पर 15 खंडो में पुस्तक, मोदी करेंगे विमोचन

पं. दीनदयाल उपाध्याय पर 15 खंडो में पुस्तक, मोदी करेंगे विमोचन

भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्मशताब्दी वर्ष को अविस्मरणीय बनाने के लिए जुट गया है। इस साल पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 100 वीं जयंती है। एकात्म मानवतावाद का सिद्धांत देने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय को सामाजिक-राजनैतिक दर्शन के लिए जाना जाता है। भारतीयज जनता पार्टी के वैचारिक संरक्षक-परामर्शदाता के लिए पार्टी दृढ़ प्रतिज्ञ है। संघ उनके नाम को घर-घर में पहुंचाना चाहता है।
सुशासन दें या न दें, 10 रुपये में भरपेट खाना देंगे शिवराज

सुशासन दें या न दें, 10 रुपये में भरपेट खाना देंगे शिवराज

अब तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ही अम्मां कैंटीन के लिए प्रसिद्ध थी। लेकिन अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी प्रदेश के 4 बड़े शहरों में शिवराज भोजनालयों की शुरूआत करने जा रहे हैं। इन भोजनालयों में मात्र 10 रुपये में भरपेट भोजन दिया जाएगा। थाली में दाल, रोटी, सब्जी, पुलाव और अचार होगा। अगर इन शहरों में सफलता मिली तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र जारी करेगा सुब्बुलक्ष्मी पर डाक टिकट

संयुक्त राष्ट्र जारी करेगा सुब्बुलक्ष्मी पर डाक टिकट

कर्नाटक संगीत की प्रसिद्ध भारतीय कलाकार, एम एस सुब्बुलक्ष्मी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्र उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी करेगा। यह टिकट 15 अगस्त को जारी होगा। इस दिन भारत का 70वां स्वतंत्रता दिवस भी है।